राज्य सरकार रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में केंद्र के साथ पूर्ण सहयोग के लिए प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री

Business

रांची में तीन दिवसीय डिफेंस एक्सपो का शुभारंभ, राज्यपाल संतोष गंगवार, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ आदि ने भी किया संबोधित

Alok Ranjan

रांची : झारखंड की राजधानी रांची के खेलगांव स्थित टाना भगत इंडोर स्टेडियम में शुक्रवार को तीन दिवसीय ईस्ट टेक सिम्पोजियम 2025 (डिफेंस एक्सपो) का भव्य शुभारंभ हुआ। राज्यपाल संतोष गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, मुख्य सचिव अलका तिवारी सहित कई विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर इसका उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि ईस्ट टेक सिम्पोजियम 2025 (डिफेंस एक्सपो) ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने डिफेंस एक्सपो के लिए केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को बधाई दी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड यूरेनियम से संपन्न है। राज्य परमाणु हथियार निर्माण में अहम भूमिका निभा सकता है। झारखंड सरकार रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में केंद्र सरकार के साथ पूर्ण सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है।

झारखंड में उद्योग विस्तार की असीम संभावनाएं : मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड संभावनाओं का प्रदेश है। यहां रक्षा सेक्टर में उपयोग होने वाले रॉ-मैटेरियल प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यहां पर्याप्त मात्रा में यूरेनियम की भी उपलब्धता है। उन्होंने कहा कि झारखंड में कई बड़े-बड़े उद्योग संस्थान स्थापित हुए है। उद्योग के विस्तार में भी इस राज्य का देश में अलग पहचान रहा है। कई छोटे-बड़े उद्योग यहां पले-बढ़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बार गलत नीति निर्धारण के कारण कुछ चीजें समाप्त होती नजर आती है। हम सभी लोग ये जानते हैं कि एचईसी जैसी उद्योग संस्थान रांची में स्थापित है। इस संस्थान के सहयोग से देश के भीतर कई अन्य औद्योगिक संस्थाएं आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि एचईसी सैटेलाइट तथा परमाणु कॉम्पोनेंट्स बनाने में भी अहम भूमिका निभाता रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एचईसी की स्थिति आज बहुत अच्छी नहीं है, यह जानकर काफी तकलीफ होती है आखिर किस वजह से इतना बड़ा उद्योग संस्थान आज उम्मीद के अनुरूप खरा नहीं उतर पा रहा है।

राज्य सरकार का मिलेगा पूरा सहयोग : मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत है कि केंद्र एवं राज्य सरकार समन्वय स्थापित कर आपसी सहयोग से उद्योग संस्थाओं को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका का निर्वहन करे ताकि उद्योग के क्षेत्र में राज्य तथा देश आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा कि मिलजुलकर प्रयास करने से डिफेंस से जुड़े इंडस्ट्री सेक्टर में नए आयाम जोड़े जा सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि सौभाग्य की बात है कि भारतीय सशस्त्र सेना के रक्षा प्रमुख आज हमारे बीच यहां उपस्थित हैं। एमएसएमई के क्षेत्र में भी इनके द्वारा किया जा रहा प्रयास एक सकारात्मक पहल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से डिफेंस सेक्टर को पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।

डिफेंस एक्सपो का आयोजन 21 सितंबर तक होगा : कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि बदलती वैश्विक चुनौतियों को देखते हुए अंतरिक्ष और साइबर युद्ध से जुड़े उपकरणों के विकास के लिए नीतिगत पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि हथियारों का रणनीतिक चयन सर्वोपरि है और आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं के अनुरूप अनुसंधान एवं विकास की समीक्षा की जानी है। चौहान ने कहा कि रक्षा विनिर्माण आधार का विस्तार करने की आवश्यकता है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और अन्य अधुनिक तकनीकों का पता लगाना होगा। कार्यक्रम को केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने भी संबोधित किया। उल्लेखनीय है कि डिफेंस एक्सपो का आयोजन 19 से 21 सितंबर तक होगा। इस आयोजन में देश की तीनों सेनाओं की ताकत और अत्याधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया गया है। रांची में पहली बार आयोजित इस एक्सपो के माध्यम से न केवल राज्य, बल्कि पूरे पूर्वी भारत को रक्षा क्षेत्र में नवाचार और उद्योग के नए अवसर मिलेंगे। यह आयोजन ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

डिफेंस एक्सपो का अवलोकन : इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री सहित अन्य गणमान्य अतिथियों एवं रक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने डिफेंस एक्सपो का अवलोकन किया। इस डिफेंस एक्सपो में देशभर से रक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ, औद्योगिक संस्थाएं, तकनीकी संस्थान तथा लघु एवं मध्यम उद्योगों से जुड़े लोग शामिल हुए। इस अवसर पर राज्यपाल के साथ केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, भारतीय सशस्त्र सेना के रक्षा प्रमुख (सीडीएस) अनिल चौहान आदि ने भी अपना संबोधन दिया। इस मौके पर मुख्य सचिव, झारखंड अलका तिवारी, पूर्वी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रामचंद्र तिवारी, पूर्वी कमान एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ सूरत सिंह, रक्षा मंत्रालय के अन्य वरीय अधिकारी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

Spread the love