Eksandeshlive Desk
हजारीबाग: वित्तीय सशक्तिकरण को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में डाकघरों की अहम भूमिका है। आज भी डाकघर की बचत योजनाएं सर्वाधिक लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी-दर-पीढ़ी निवेश करते आ रहे हैं। डाकघरों में एक ही छत के नीचे बचत, डाक जीवन बीमा और इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की सुविधा होने से लोगों को निवेश के ढेरों विकल्प उपलब्ध होने से सहूलियत है। उक्त बातें राष्ट्रीय डाक सप्ताह के तहत 10 अक्टूबर को हजारबाग प्रधान डाकघर में वित्तीय सशक्तिकरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हजारीबाग प्रमंडल के डाक अधीक्षक आशुतोष कुमार सिन्हा ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन के आर्थिक के साथ-साथ सामाजिक आयाम भी महत्वपूर्ण हैं। हजारीबाग प्रमंडल के डाकघरों को सीबीएस प्लेटफॉर्म पर माइग्रेट किया जा चुका है। डाकघरों में बचत खाता, आवर्ती जमा खाता, पीपीएफ, सीनियर सिटिजन बचत खाता, मासिक आय योजना, सावधि जमा खाता, एनएससी, केवीपी और सुकन्या समृद्धि योजना, महिला सम्मान बचत पत्र उपलब्ध हैं। इस अवसर पर बचत बैंक क्विज भी आयोजित किया गया। जिसमें सेंट्रल सबडिवीजन के ग्रामीण डाक सेवक एवं डाक अभिकर्ता सम्मिलित हुए। सेंट्रल सबडिवीजन के सहायक डाक अधीक्षक ब्रजेश कुमार पासवान, शिकायत निरीक्षक विकास रंजन द्वारा डाकघर बचत खाता एवं डाक जीवन बीमा से संबंधित प्रश्न पूछे गए सही जवाब देने वाले को पुरस्कृत किया गया।