by sunil
पांच सितंबर को होगा मैच का फाइनल सह पुरस्कार वितरण समारोह
रांची,: शहीद हमें हमेशा राष्ट्रहित में कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं। खेल के माध्यम से शहीदों को याद करना और उनका सम्मान करना एक बहुत ही सराहनीय कार्य है। उक्त बातें रविवार को लोहरदगा में अपने आवास पर सांसद सुखदव भगत ने शहीद एतवा उरांव स्मारक न्यास के प्रतिनिधिमंडल से मुकाकात के दौरान कही। मौके पर प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों ने सांसद को बुके देकर सम्मानित करते हुए मांडर के बुढ़ाखुखरा में पांच सितंबर को आयोजित शहीद एतवा उरांव फुटबॉल टूनार्मेंट के फाइनल मैच सह पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के आग्रह किया। सुखदेव भगत ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए कहा कि ऐसे आजोयन में शामिल होना सौभाग्य की बात है। साथ ही उन्होंने इस आयोजन के लिए शहीद एतवा उरांव स्मारक न्यास के प्रतिनिधियों को बधाई दी। सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि शहीद एतवा उरांव चौकीदार के रूप में कार्यरत थे। 26 जून 1996 को अपनी जान की परवाह किए बिना उन्होंने कोयल नदी में डूब रहे आठ लोगों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवा दी। उनके इस अदम्य साहस और कर्तव्यनिष्ठा के लिए उन्हें मरणोपरांत 1998 में तत्कालीन राष्ट्रपति द्वारा सर्वोच्च जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया गया था। शहीद एतवा उरांव झारखंड की शान और नागरिक सेवा की मिसाल हैं। बुढ़ाखुखरा के लोग आज भी इन्हें याद कर अपने को गौरवन्वित मजसूस करते हैं। उन्हीं की याद में शहीद एतवा उरांव फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन पिछले 24 वर्षों से निरंतर हो रहा है। प्रतिनिधिमंडल में न्यास के खेल प्रभारी फ्रांसिस जेवियर खलखो, मो. रशीद अंसारी, विनोद खलखो, इरफान अंसारी, अब्दुला आलम शाहिद अहमद सहित कई लोग मौजूद थे।