बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आया है. जदयू के निकाले गए आरसीपी सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया है. उन्होंने भाजपा के दिल्ली स्थित ऑफिस में पार्टी की सदस्यता ली. बता दें कि आरसीपी सिंह को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सदस्यता दिलाई.
JDU के बड़े नेता थे आरसीपी सिंह
बता दें कि आरसीपी सिंह जदयू और बिहार के बड़े राजनीतिक चेहरे में से एक हैं. सिंह के जदयू से निकाले जाने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि वो भाजपा में शामिल होंगे. और आखिरकार आज यानी 11 मई को उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ही लिया. आरसीपी सिंह भाजपा के बेहद ही करीबी माने जाते थे और उन्हें जदयू से भी इसलिए निकाला गया था क्योंकि उन पर आरोप था कि वो जदयू के कई नेताओं को तोड़कर भाजपा में शामिल कराना चाहते थे.
केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं आरसीपी सिंह
बिहार में जब भाजपा और जदयू की गठबंधन वाली सरकार थी. तब जदयू की ओर से आरसीपी सिंह को केंद्रीय मंत्री बनाया गया. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आरसीपी सिंह का नाम मंत्री पद के लिए नीतीश कुमार को बिना बताए दे गिया था. जिसके बाद से ही नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह में दूरियां बढ़ने लगी थी. जिसके बाद नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ा और आरसीपी सिंह को पार्टी से बाहर निकाला. इसके अलावा आरसीपी सिंह के करीबी माने जाने वाले नेताओं को भी नीतीश कुमार ने धीरे-धीरे कर जदयू से बाहर का रास्ता दिखाया. अब आरसीपी सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा और जदयू क्या करती है ये देखने वाली बात होगी.