अजय राज
प्रतापपुर/चतरा: जिला मुख्यालय चतरा के दीभा मध्य विद्यालय के निकट रविवार को परम प्रेममय परम दयाल श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र का 136वां जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस जन्मोत्सव कार्यक्रम में गया, हजारीबाग, कोडरमा एवं चतरा जिला के प्रतापपुर, कुंदा, लावालौंग सहित लगभग सभी प्रखंडों से हजारों की संख्या में सत्संगीवृंद शामिल हुए। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 4:30 बजे आचार्य अनिल मिश्रा के द्वारा वेद मांगलिकी से हुई। 5:00 बजे प्रभातफेरी निकाली गई एवं 6:25 बजे सामूहिक रूप से प्रातःकालीन प्रार्थना का आयोजन किया गया। 8:00 बजे अल्पाहार करने के पश्चात् 9:00 बजे सुशोभित सुंदर व आकर्षक रथ तथा बैंड बाजे के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली गई जो शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए मुख्य डाकघर पहुंची तथा पुनः वापस होते हुए उत्सव स्थल पर लौट आई। दोपहर 12:00 बजे से उत्सव में शामिल सभी आगंतुक श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमे हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। स्थानीय ऋत्विक शिवनंदन दा की अध्यक्षता में 1:00 बजे से धर्मसभा का आयोजन किया गया।धर्मसभा में मुख्य रूप से सत्संग देवघर से आशीर्वाद प्राप्त कर आए मुख्य वक्ता श्रद्धेय प्रदीप दा ने धर्म के मर्म को समझाया। उन्होंने श्री श्री ठाकुर की वाणी को उद्धरित करते हुए कहा की बहुनैष्टिक के मन में भक्ति आ हीं नही सकती हमे एकनिष्ट होना होगा।गुरु के बताए हुए मार्ग पर चलना उनका आदेश पालन करना ही भक्ति है। उन्होंने आगे कहा की वर्तमान में आचार्य देव का आज्ञापालन अर्थात् दीक्षा पत्र कार्य को तन मन से करने से हीं यजन याजन इष्टभृति तथा सदाचार पूर्ण होगा। श्री श्री ठाकुर खुश होंगे। ये चार मूल मंत्र से हीं हमे दक्षता मिलेगी और यही तो श्री श्री ठाकुर की सच्ची भक्ति है। धर्मसभा को गया के रामसूरत दा, शंभू राय दा, हजारीबाग के केपी दा, विनोद दा, चतरा के शिवनंदन दा, सोना दा, टंडवा के अमित दा आदि ने संबोधित किया तथा ठाकुर की भाव धारा को लोगों के सामने प्रस्तुत किया। वहीं हजारीबाग के सुमित दा ने बांग्ला कीर्तन को जिस भाव विहोर अंदाज में श्री श्री ठाकुर के चरणों में प्रस्तुत किए उसे देख सभी लोग झूमने पर मजबूर हो गए। मातृ सम्मेलन का आयोजन 3:30 बजे से किया गया जिसमें चंपा मां, प्रभा मां, रीना मां, ललिता मां, शर्मिला मां आदि ने आदर्श परिवार के निर्माण में माता की महती भूमिका विषय पर प्रकाश डाला। उत्सव के दौरान एक से बढ़कर एक भजन कीर्तन का भी आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में प्रतापपुर से सह प्रति ऋत्विक संजय दा सहित अशोक दा, सोहन दा, योगी दा, बिरेंद्र दा, प्रदीप दा, बिरेंद्र दा, जितेंद्र दा, प्रखंड नाजिर सत्येंद्र नायक दा, प्रखंड कृषि पदाधिकारी राकेश त्यागी दा सहित पड़ोसी राज्य बिहार के गया सहित हजारीबाग, कोडरमा तथा चतरा के प्रतापपुर प्रखंड सहित लगभग सभी प्रखंडों से हजारों की संख्या में श्री श्री ठाकुर के अनुआई एवं सत्संगीवृंद शामिल हुए।