Eksandeshlive Desk
रांची: सैमसंग आर एंड डी इंस्टिट्यूट इंडिया, बैंगलोर (एसआरआई-बी) ने सैमसंग के प्रमुख वैश्विक नागरिकता कार्यक्रम सैमसंग इनावेशन कैम्पस (एसआईसी) का उद्घाटन किया है। यह उद्घाटन कर्नाटक के पहले ऑल-वूमन्स इंजीनियरिंग कॉलेज, गीता शिशु शिक्षण संघ (जीएसएसएस) इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी फॉर वूमन, मैसूर में हुआ है। यह पहल स्टेम में जेंडर इक्वैलिटी को बढ़ावा देने और टेक्नोलॉजी में महिला लीडर्स की नई पीढ़ी तैयार करने के लिये सैमसंग की अटूट प्रतिबद्धता दिखाती है। एसआईसी प्रोग्राम सितंबर 2022 में लॉन्च हुआ था और इसमें एक विस्तृत पाठ्यक्रम होता है, जो प्रमुख टेक्नोलॉजी कौशल पर फोकस करता है। इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/ मशीन लर्निंग, बिग डाटा और कोडिंग एवं प्रोग्रामिंग शामिल हैं। यह विशेष तौर पर सैमसंग के वैश्विक शोध एवं विकास विशेषज्ञों द्वारा डिजाइन किये जाते हैं, ताकि भारत के युवाओं को उद्योग के लिये तैयार किया जा सके। इस पहल में नामित होने वाले विद्यार्थियों को कक्षा के भीतर विशेषज्ञ ऑफलाइन एवं ऑनलाइन प्रशिक्षण लेने का मौका मिलेगा। वे एसआरआई-बी और जीएसएसएस इंस्टिट्यूट के मेंटर्स के मार्गदर्शन में अभिनव परियोजनाओं पर काम करेंगे। एसआरआई-बी के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर मोहन राव गोली ने कहा कि ‘सैमसंग में हमारा मानना है कि सभी को समान अवसर मिलने से नए विचारों को बढ़ावा मिलता है। कर्नाटक के पहले महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में सैमसंग इनोवेशन कैंपस (एसआईसी) का उद्घाटन करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है। इस जगह पर, प्रतिभाशाली विद्यार्थी खोज और प्रयोग करते हुए, टेक्नोलॉजी की सीमाओं को पार करेंगे। सरकार के #डिजिटल इंडिया और #मेक इन इंडिया अभियानों के अनुसार, इससे विद्यार्थी देश के भीतर टेक्नोलॉजी में प्रगति करने के लिए सशक्त होंगे। हमें उम्मीद है कि भविष्य में महिला लीडर तैयार होंगी, जो टेक्नोलॉजी से दुनिया को बनाएंगी, नए विचार लाएंगी और बदलाव लाएंगी।