सामाजिक बहिष्कार का दंश झेल रहे हैं रंगारोंग गांव के तीन परिवार

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Eksandeshlive Desk

खूंटी : जिले के मारंगहदा थाना अंतर्गत बिचगुटु गांव के टोला रांगरोंग के तीन परिवार पांडू मुंडा, सागू मुंडा और जागदा नाग विगत कई वर्षों से सामाजिक बहिष्कार का दंश झेल रहे हैं। उनके साथ गांव वाले खाना-पीना, शादी विवाह एवं अन्य कार्यों में साथ नहीं देने का फरमान जारी किया है। ये तीनों परिवार पूरी तरह गांव में सभी तरह के सहयोग से वंचित हो चुके हैं। तीनों परिवार की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है। एक तरफ गरीबी, अशिक्षा जैसी समस्याओं से परिवार जूझ रहे हैं और दूसरी तरफ सामाजिक उत्पीड़न का दंश झेल रहे है।

बहिष्कृत पांडू मुंडा कहते हैं कि हमारा परिवार विगत 12 -13 वर्षों से सामाजिक बहिष्कार का दंश झेल रहा है। कारण महज धरती आबा बिरसा मुंडा के पद चिन्हों पर चल कर पूजा अनुष्ठानों में बलि देना और हंडिया-दारु का त्याग करना है। जगदा नाग कहती हैं कि उनके परिवार को डायन बिसाही का आरोप लगा कर आर्थिक रूप से दंडित किया गया और जुर्माना देने में असमर्थ होने पर सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया। वह बताती है कि उनके नाम से सरकारी आवास मिला है। जब उन्होंने घर बनाना शुरु किया, तो उसे भी तोड़ दिया गया और घर बनाने से भी रोका गया। रविवार को समाज के कुछ लोगों ने वहिष्कृत परिवारों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया। मौके पर मथुरा कंडीर, विश्राम टूटी, राम मुंडा, बगराय मुंडा, बुधराम सिंह मुंडा, नारण सिंह टोपनो, किशुन मुंडा, मानसा मुंडा, सुगना पहन, मांगरा डोडराय, सोमा मुंडा, मधु कंडीर सहित अन्य उपस्थित थे।