सामाजिक विषयों पर अपने चिंतन को व्यापक स्वरूप देना होगा : सुदेश महतो

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लोहरदगा: झारखंड के नौजवानों को अपना सपना बड़ा करना होगा। हमें शैक्षणिक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना होगा। हमें शिक्षा और रोजगार जैसे पहलुओं पर अपना ध्यान केंद्रित करना होगा। आज के दौर में सामाजिक एकजुटता के साथ राजनीतिक प्रतिनिधत्व में अपनी उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए हमें नए विचारों के साथ आगे बढ़ना होगा।

आज के दौर में सामाजिक सद्भाव के साथ राजनीतिक भागीदारी को नया स्वरूप देना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उक्त बातें झारखंड के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो ने लोहरदगा में कही। वे लव कुश महासभा द्वारा आयोजित लव कुश जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि नगर भवन में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा की नई पीढ़ी को यह समझना होगा की भविष्य की ज़िम्मेवारियां हमारे ऊपर है। उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए कहा की लव- कुश जयंती समारोह सामाजिक एकरूपता का एक जीवंत उदाहरण है। ऐसे आयोजनों से सामाजिक चिंतन और विचारों को बल मिलता है। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा, पावर लिफ्टिंग, नृत्य जैसे क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों को सम्मानित भी किया। उन्होंने छात्रों को टैबलेट देकर सम्मानित किया। उन्होंने नई पीढ़ी से आह्वान किया कि बदलते दौर में स्वयं को वैचारिक तौर समृद्ध करने की जरूरत है। साथ ही नैतिक तौर पर हमें मजबूत होने की जरूरत है। युवा पीढ़ी ही भविष्य को गढ़ेगा। युवा ही सम्माज की उम्मीद हैं। मिलकर सामाजिक परिवर्तन का संकल्प सबको लेना होगा।

हजारीबाग लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी संजय मेहता ने भी समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा की आज के दौर में बेटियों को खुलकर अवसर देने होगा। समाज को यह चिंता करनी होगी की हमारी भागीदारी हर क्षेत्रों में कितनी है। नौकरशाही, न्याय पालिका, राजनीति, पत्रकारिता, खेल सभी क्षेत्रों हमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। हमें दूर दृष्टि के साथ कार्य करना होगा। नई पीढ़ी को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, आर्थिक स्थिरता, संपन्नता पर बल देना होगा। हमें यह तय करना होगा की हम समाज को क्या दिशा देना चाहते हैं। समाज एक स्कूल के समान है जहाँ नई पीढ़ी- सीखती और समझती है। नई पीढ़ी को यह मूल्यांकन करना होगा की हम भविष्य को कैसा स्वरूप देना चाहते हैं। आज लैंगिक समानता के संदर्भ में, बाल विवाह जैसे विषयों पर भी हमें चिंतन करना होगा। बेटियों के लिए समाज में समान अवसर उपलब्ध कराना होगा। ऐसा वातावरण हम सबको तैयार करना होगा। इस अवसर पर डॉ. देवशरण भगत, नम्रता कुमारी, हाकिम अंसारी, आशुतोष तिवारी, अंजू कुमारी, परवाज ख़ान, डॉ पार्थ पारितोष समेत हज़ारों लोग उपस्थित रहे।

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