संसद में धक्का-मुक्की : एफआईआर दर्ज न करने पर कांग्रेस ने जताई नाराजगी, सीसीटीवी जब्त करने की मांग की

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Eksandeshlive Desk

नई दिल्ली : कांग्रेस ने गुरुवार काे संसद परिसर में सांसदों के बीच हुई धक्का-मुक्की वाली जगह के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को जब्त कर उसके आधार पर पुलिस कार्रवाई किए जाने की मांग की है। इसके साथ ही कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह से राज्यसभा में आंबेडकर के बारे में की गई अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने और अपने पद से इस्तीफा देने की मांग भी दोहराई।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा में पार्टी के उपनेता प्रमोद तिवारी और लोकसभा में पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई ने शुक्रवार काे यहां पार्टी मुख्यालय पर आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन काे संबाेधित किया। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि यह पहली बार हुआ जब सत्तारूढ़ दल ने संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी। उन्होंने कहा कि गुरुवार काे भाजपा सासंदों ने जिस तरह संसद के दरवाजे को डंडे और झंडे के साथ घेर रखा था, उससे साफ जाहिर होता है कि वो पूरी तैयारी के साथ आए थे। उन्हाेंने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ और राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की की गई। संसद परिसर के सीसीटीवी में एक-एक मिनट की रिकार्डिंग होती है। उस समय के सीसीटीवी फुटेज जब्त किए जाएं और उन्हें सार्वजनिक किया जाए।

कांगेेस नेता तिवारी ने कहा कि भाजपा की एफआईआर लिख दी गई और हमारी एफआईआर अभी तक नहीं लिखी गई है। इस पर हमारे पास सभी विकल्प खुले हैं। उन्होंने कहा कि जो दो सांसद अस्पताल में उपचाराधीन हैं, हो सकता है, उन्हें पहले से कोई गंभीर बीमारी हो। यह सब जांच का बिषय है। तिवारी ने कहा कि राज्यसभा में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के बारे में जो आपत्तिजनक टिप्पणी की, उसके लिए वह माफी मांगें और इस्तीफा दें। आंबेडकर के बारे में ऐसी टिप्पणी बाबा साहेब के संविधान के प्रति अनादर है। इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह से अब तक अमित शाह का बचाव किया है, वह अनुचित है।

पत्रकार सम्मेलन में लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने कहा कि राज्यसभा में नेता विपक्ष खरगे ने स्पीकर को एक पत्र भेजा, जिसमें कल धक्का-मुक्की के दौरान उनके साथ हुए अपमानजनक व्यवहार का जिक्र था। मैंने भी स्पीकर को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की, लेकिन पत्र का कोई जवाब नहीं आया। गोगोई ने कहा कि अगर अमित शाह को लगता है कि एफआईआर से राहुल गांधी झुक जाएंगे तो यह नहीं होगा। हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। गोगोई ने कहा कि शीतकालीन सत्र में कांग्रेस सदन में अत्यंत सहयोगात्मक रवैये के साथ आगे बढ़ी थी। हमारी पार्टी की तरफ से लिखे पत्र पर ही संविधान पर चर्चा शुरू हुई, लेकिन आंबेडकर के प्रति मोदी और अमित शाह के मन में कितना सम्मान है, वह जगजाहिर हो गया। मणिपुर पर मोदी कुछ नहीं बोले।

एक सवाल के जवाब में गोगोई ने कहा कि हमने लोकसभा स्पीकर के साथ अपनी पूरी बातें उठाई हैं। स्पीकर से मिलने का मौका आज नहीं मिला। हो सकता है भविष्य में हमारी शिकायत पर कोई जवाब मिले। हमारी मांग है कि सीसीटीवी फुटेज दिखाए जाएं ताकि असलियत सामने आ सके। गोगोई ने कहा कि इससे पहले भी भाजपा और हम भी धरना प्रदर्शन करते रहे हैं। कल जिस तरह से भाजपा प्रदर्शनकारियों ने रुख अख्तियार किया, उससे लगता है कि कहीं न कहीं यह अमित शाह के मुद्दे से ध्यान भटकाने की योजना है।

कांग्रेस ने आज स्पीकर की हाई-टी का बहिष्कार संबंधी सवाल के जवाब में गोगोई ने कहा कि हाई-टी में एनडीए के भी सिर्फ दो ही सहयोगी दल ही गए, बाकी नहीं गए। यह पूछने पर कि पुलिस ने कहा है कि वह सीसीटीवी फुटेज देखेगी और जांच में राहुल के आसपास रहे सांसदों से भी पूछताछ करेगी, इसके जवाब में प्रमोद तिवारी ने कहा कि पहले हमारी एफआईआर दर्ज हो, जांच तो उसके बाद ही शुरू होगी।