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लोहरदगा: 158 बटालियन, सी.आर.पी.एफ., लोहरदगा, झारखण्ड मुख्यालय में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी रविवार को संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संविधान दिवस को संबोधित करते हुए राहुल कुमार, कमाण्डेन्ट 158 बटालियन ने जवानों को बताया कि संविधान सभा ने भारत के संविधान को 02 वर्ष 11 माह 18 दिन में 26 नवंबर 1949 को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया था। साल 2015 में भारत सरकार ने 26 नवंबर को “संविधान दिवस” के रूप में मनाने का फैसला किया था। इससे पहले इसे राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था। वर्ष 2015 इसलिए खास था क्योंकि उस वर्ष संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की 125वीं जयंती मनाई जा रही थी। संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान की भावना को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2015 से यह दिवस हर वर्ष मनाया जा रहा है।
इसके अलावा कमाण्डेन्ट – 158 बटा. ने जवानों को संबोधित करते हुये कहा कि यह संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश के नागरिक की भावना का एहसास कराता है। जहाँ संविधान में दिए मौलिक अधिकार हमारी ढाल बनकर हमें हमारा हक दिलाते हैं, वहीं इसमें दिए मौलिक कर्तव्य हमें हमारी जिम्मेदारियों की भी याद दिलाते हैं। इसलिए संविधान दिवस पर हमें अपने अंदर ज्ञान का दीपक प्रज्जवलित कर हमें अपने अधिकारों/कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां हमारे देश के संविधान के महत्व को समझ सके। अंत में संविधान दिवस के अवसर पर संविधान की उद्देशिका को सभी अधिकारियों और जवानों के समक्ष पढ़कर सुनाया गया।