Eksandeshlive Desk
बरडंडा/हैदरनगर, (पलामू): सरकार द्वारा चलाई जा रही सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से हैदरनगर प्रखंड अंतर्गत बरडंडा पंचायत के बरवाडीह गांव निवासी नंदिनी कुमारी की उम्मीदों में पंख लगा है। इस योजना के तहत नंदिनी को आज तीसरे किस्त की राशि 5000 रूपए मिला। नंदिनी दृष्टि दिव्यांग है। करीब 60% से अधिक दृष्टि दिव्यांग होने के बावजूद नंदिनी में पढ़ाई का जज्बा देखने लायक है। उसके चेहरे की आभा से ही पढ़ाई की रूचि का आकलन किया जा सकता है। “आपकी योजना-आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत बरडंडा पंचायत में लगे शिविर में नंदिनी को योजना का लाभ मिला। शिविर में नंदिनी उत्साह से लबरेज थी। उन्होंने बताया कि उसके पिता का नाम नंदलाल राम है, जो दैनिक मजदूरी करते हैं। वहीं मां सुशीला देवी ग्रहिणी है। मध्यवर्गीय परिवार है। नगदी आमदनी नहीं होने के कारण पढ़ाई जारी रखने में बहुत ही कठिनाई होती थी, लेकिन सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के लाभ से वह पढ़ाई को अबतक जारी रखी है। योजना से मिली राशि का उपयोग पढ़ाई एवं पाठ्य सामग्री की खरीद में करती है। यह राशि उसके लिए काफी मददगार साबित हुई है। वर्तमान में मिले राशि का भी उपयोग वह पढ़ाई में करेगी। नंदिनी ने झारखंड सरकार एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सीधे शब्दों में धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयास से प्रशासनिक पदाधिकारी उनके पंचायत तक पहुंचकर इस योजना का लाभ दिया है। यह बड़ी बात है। नंदिनी ने अन्य योग्य बालिकाओं से भी सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ मिलने से बालिका स्वतंत्र निर्णय लेने में सक्षम हो रही हैं। वह अपने अभिभावकों पर आश्रित न होकर खुद से अपनी पढ़ाई को जारी रख सकेंगी।
पलामू उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि आपकी योजना-आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में ऑन स्पॉट सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजनों को दिया जा रहा है। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ पलामू की बालिकाओं को दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ से बालिका अपनी शिक्षा को बढ़ावा दे रही हैं। बालिकाओं को अलग-अलग कक्षाओं में निर्धारित राशि के अनुरूप दी जाती है। शिविर के दौरान आवेदन करने से लेकर लाभ लेने में भी लाभुकों को सहुलियत हो रही है। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत बालिकाओं को अच्छी शिक्षा के लिए 40,000 रूपये तक की सहायता राशि दी जाती है।