सीरिया में 2011 से चल रहे गृहयुद्ध का अंत, विद्रोहियों ने की नये युग की घोषणा

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Eksandeshlive Desk

दमिश्क : सीरिया में करीब 50 साल के बाथ शासन और 24 साल के बशर अल असद शासन का रविवार को अंत हो गया। विद्रोही गठबंधन के सामने असद की ताकतवर सरकार 10 दिन भी नहीं टिक पाई। इसके साथ ही 2011 से चल रहे गृहयुद्ध का भी खात्मा हो गया। राजधानी दमिश्क की सड़कों पर लोग जश्न मना रहे हैं। अपने शासन का अंत करीब देख बशर अल असद पहले ही देश छोड़ कर भाग चुके हैं। सीरियाई सेना ने इसकी पुष्टि की।

अब नया सीरिया बनेगा, जहां सब लोग शांति से रहेंगे

सीरिया के सार्वजनिक संस्थानों पर कब्जे के साथ विद्रोही गुट ने रविवार को सीरिया के आजाद होने की घोषणा की। जेलों से कैदियों को रिहा करने की घोषणा की गई। इस्लामी चरमपंथी गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) और विद्रोही गठबंधन ने कहा है कि अब नया सीरिया बनेगा, जहां सब शांति से रहेंगे। विद्रोहियों की तरफ से कहा गया कि देश के सार्वजनिक संस्थान ‘पूर्व प्रधानमंत्री’ की देखरेख में रहेंगे, जब तक नई सरकार सत्ता पर काबिज नहीं हो जाती। इससे पहले प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल जलाली ने भी एक रिकॉर्डेड बयान में विद्रोहियों से मिलकर नई सरकार के गठन की बात कही।

असद शासन का अंत, साल 2000 में संभाली थी कमान

बशर अल असद ने साल 2000 में अपने पिता हफीज अल-असद के बाद सीरिया की कमान संभाली थी। हफीज अल असद ने 1950-60 के गृहयुद्ध के बाद तख्तापलट कर सीरिया की सत्ता संभाली थी। पिता हफीज अल असद ने 29 साल शासन किया। इस तरह साल 1971 के बाद से 2024 तक असद परिवार का सीरिया पर शासन रहा। असद के पिता हफीज अल अस्साद ने बाथ पार्टी बनाई थी और इस पूरे शासनकाल में यही पार्टी सत्ता का प्रतिनिधित्व करती रही। इसलिए दमिश्क पर कब्जे के बाद विद्रोहियों ने बयान जारी कर कहा कि बाथ पार्टी के शासन के 50 सालों के उत्पीड़न और 13 सालों के अपराध, अत्याचार और विस्थापन का सामना कर आज, 8 दिसंबर, 2024 को उस कालयुग का अंत और सीरिया के नए युग की शुरुआत का हम ऐलान करते हैं।

2011 में असद शासन के खिलाफ व्यापक विद्रोह भड़का था

2011 में अरब स्प्रिंग के दौरान सीरिया में बशर अल असद शासन के खिलाफ व्यापक विद्रोह भड़का था। लेकिन उस समय सत्ता पर मजबूत पकड़ रखने वाले असद को रूस और ईरान जैसे सहयोगियों के कारण विद्रोहियों से निबटने में सफलता मिली थी। इस बार विद्रोहियों के सामने उखड़े असद के पांव इस बार केवल 10 दिनों में असद का साम्राज्य ढह गया। असद शासन की इस कमजोरी के पीछे मौजूदा वैश्विक परिदृश्य है जहां असद शासन का समर्थन करने वाला रूस खुद युक्रेन के साथ युद्ध में उलझा हुआ है, जबकि ईरान इजराइल के साथ सैन्य संघर्ष में उलझे होने के कारण असद शासन के समर्थन में मजबूती से खड़ा होने की स्थिति में नहीं था। ईरान के समर्थन वाले हिज्बुल्लाह के खिलाफ इजराइल के लगातार अभियानों ने उसकी कमर तोड़ कर रख दी है।

संघर्ष में पांच लाख से ज्यादा लोगों के मारे जाने का दावा

बशर अल असद सरकार और विद्रोही गुटों के बीच जारी संघर्ष में अब तक पांच लाख से ज्यादा लोगों के मारे जाने का दावा किया जाता है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, सीरिया में गृहयुद्ध के कारण अब तक कम से कम 3,70,000 लोग विस्थापित हुए हैं। असद शासन के अंत के बाद दुनिया भर की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में सीरिया की सत्ता की तस्वीर क्या होगी। सीरिया में नई सरकार कैसे बनेगी क्योंकि जिन विद्रोही लड़ाकों ने असद शासन का अंत किया है, उनमें शामिल अलग-अलग गुट सत्ता में ज्यादा भागीदारी का दावा करेंगे। इनमें ज्यादातर कट्टरपंथी विचारधारा के हिमायती गुट हैं जो विचारधारा के हिसाब से देश चलाने पर जोर देंगे। इन सभी में शासन और नई सरकार की नीतियों को लेकर एकराय होगी, इसकी संभावना कम ही है।