सेमिनार में ऐलान, सरना धर्म कोड नहीं देने पर जनगणना कर्मियों को नहीं घुंसने देंगे गांवों में

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Eksandeshlive Desk

रांची : आदिवासियों के लिए अलग धर्म कॉलम की मांग और 2026 में होने वाले जनगणना की तैयारियों के संबंध में विधायक आवास क्लब हॉल, पुराना विधानसभा में शनिवार को एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में निर्णय लिया गया कि आदिवासी धर्म की मांग को लेकर सभी राज्यों में बैठक करके आंदोलन को धारदार बनाया जाएगा। साथ ही कहा गया कि आदिवासियों को धर्म कोड नहीं मिलेगा तो जनगणना करने वालों को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा।

कई राज्‍यों के प्रतिनिधि हुए शामिल : इसके अलावा सेमिनार में कहा गया कि जनगणना प्रपत्र में आदिवासी धर्म कॉलम को शामिल करने के लिए पूरे देश में जिला, प्रखंड और गांव स्तर तक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। सेमिनार में निर्णय लिया गया कि देश भर के कई जिला और प्रखंड स्तर पर आदिवासी समुदाय का समन्वय समिति बनाई जाएगी। ताकि जनगणना प्रपत्र में आदिवासी धर्म कॉलम शामिल किया जा सके। सेमिनार में झारखंड सहित विभिन्न राज्यों के आदिवासी समुदाय के प्रतिनिधि शामिल हुए। इसमें मध्य प्रदेश से भुवन सिंह कोराम, मोतीराम उईके, संजु सैयाम, छत्तीसगढ़ से कंदर्प सिदार, ललिता देवी, राजेंद्र मरावी मनोहर मरावी पश्चिम बंगाल से मोतीलाल सोरेन,डॉ सुरज प्रसाद शाह, जीवन मुदी, छोटेलाल हांसदा,झारखंड से पूर्व मंत्री देव कुमार धान, प्रेमशाही मुंडा सहित अन्य के नाम शामिल हैं।

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