सेवा विमुक्त चौकीदार के लिए निकाले गए विज्ञापन को रद्द करे सरकार: कृष्ण दयाल सिंह

Ek Sandesh Live

Sunil Kumar Verma

रांची: झारखण्ड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार 6 सूत्री मांगो को लेकर राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन सह धरना प्रदर्शन शुरू किया गया, जिसकी अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष कृष्ण दयाल सिंह ने की और इसका संचालन लोहरदगा जिलाध्यक्ष समशुल अंसारी ने किया। कृष्ण दयाल सिंह ने कहा कि सेवा विमुक्त चौकीदार, एवजी चौकीदार और अनुकंपा के आधार पर रिक्त बीटों पर झारखंड के सभी जिलों में विज्ञापन प्रकाशित कर नियुक्ति प्रक्रिया जारी है। श्री सिंह ने झारखंड के मुख्य मंत्री से मांग की है की इस नियुक्ति प्रक्रिया को तत्काल रोक लगावे। क्योंकि चौकीदारों के रिक्त बीटों पर निकाला गया विज्ञापन के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया पर झारखंड हाई कोर्ट ने सरायकेला खरसावां और गिरिडीह जिला में रोक लगा दी है। इसलिए सेवा विमुक्त चौकीदार, एवजी चौकीदार और और अनुकंपा के आधार पर रिक्त पदों पर जिन जिन जिलों में विज्ञापन निकाला गया है, उसको तत्काल रद्द किया जाय।
श्री सिंह ने कहा कि झारखंड चौकीदार संवर्ग नियमावली 2015 की कंडिका 2( 9) के आलोक में 100 से 120 आवासीय घरों पर बिना नया बीट सृजित किए विज्ञापन निकालना इस नियमली का उलंघन है। श्री सिंह ने मुख्य मंत्री से मांग की है कि सेवा विमुक्त चौकीदारों को सेवा में पुनः योगदान करने और एवजी चौकीदारों को पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार नियुक्ति करने हेतु भारतीय संविधान के अनुच्छेद 16( 4) की भावना के आलोक में तत्काल अध्यादेश जारी करे। आमरण अनशन सह धरना प्रदर्शन की मुख्य मांगो में सेवा विमुक्त चौकीदारों को पुनः सेवा में योगदान करने हेतु सभी उपायुक्तों को आदेश देना, सेवा विमुक्त, एवजी और अनुकंपा के आधार पर रिक्त पदों पर निकाला गया विज्ञापन रद्द करना, 01 जनवरी 1990 के पूर्व और बाद में सेवा निवृत चौकीदार दफादारो के के आश्रितों की नियुक्ति पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार करने का आदेश सभी उपायुक्तो को देना, रामगढ़ जिला में चौकीदारों के रिक्त पदों पर की गई अवैध नियुक्ति तत्काल रद्द करने, सेवा विमुक्त और एवजी चौकीदारों की नियुक्ति करने हेतु अध्यादेश जारी करना, 31 दिसंबर 1989 को सेवा निवृत चौकीदार दफादरो के आश्रितों की नियुक्ति झारखंड कैबिनेट द्वारा पारित संकल्प के आलोक में करना, अनुकंपा के आधार पर आश्रित में पोता और नाती को जोड़ना और पुलिस की तरह ही चौकीदार दफादारों को भी 13 माह का वेतन देना प्रमुख है। अनिश्चितकालीन आमरण अनशन सह धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से सुरेश राम, धीरेन माल, शिबू पहाड़िया, सीता उरांव नेजावट अंसारी मिथिलेश यादव राम किशुन गोप, रामदेव यादव, मुनिलाल पासवान, संतोष तुरी, नारायण भोगता, अशोक राय, रामू कच्छप, भयाराम तुरी, फूलिया देवी, अशोक पासवान, रामचंद्र यादव, अशोक राम, सोनू महतो, रवि कुमार, शेखर सिंह आदि प्रमुख थे।