सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा ने मांगों को लेकर निकाला मशाल जुलूस

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अजय राज
प्रतापपुर(चतरा):
झारखंड प्रदेश सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर प्रदेश भर में मशाल जुलूस निकाला गया। इसी को लेकर रविवार को प्रतापपुर प्रखंड में प्रदेश अध्यापक संघर्ष मोर्चा प्रखंड इकाई के द्वारा वेतनमान सहित अपनी विभिन्न मांगो को लेकर सरकार के विरूद्ध मशाल जुलुस निकाला गया।इस मशाल जुलुस का नेतृत्व सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष नागेन्द्र यादव तथा प्रदेश प्रतिनिधी मिथलेश कुमार सोनु के द्वारा किया गया। मशाल जुलुस प्रतापपुर मुख्य चौक से शुरू होकर न्यू शिव मंदिर रोड ,बभने मोड़, ब्लॉक रोड, रामपुर तथा कसमार के मुख्य मार्गो से होकर निकाला गया।इस दौरान जुलूस में शामिल सहायक अध्यापको ने सरकार के विरूद्ध जमकर नारे लगाए। उन्होंने “हमारी मांगे जायज है,”हमारी मांगे पुरी करो” “झारखंड सरकार होश में आयो” वेतनमान लागू करो लागू करो सहित कई मांगों के समर्थन में नारे लगाये।मशाल जुलूस के बाबत प्रदेश प्रतिनिधी मिथलेश कुमार सोनू ने बताया की झारखंड की वर्तमान सरकार हम लोगों के साथ छल किया है। सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ यह मशाल जुलूस है जो झारखंड प्रदेश सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर पूरे प्रदेश में निकाला गया है। झारखंड की हेमंत सरकार ने सहायक अध्यापक के विभिन्न मांगो को तीन माह के अंदर पुरा करने का वादा किया था परंतु सरकार के लगभग साढे़ चार वर्ष व्यतीत हो जाने के बाद भी हमारी मांगे पुरी नही हुई है। अगर सरकार बिहार राज्य के तर्ज पर हीं वेतनमान में वृद्धि व समतुल्य मानदेय,अनुकम्पा को शिथिल करते हुए इसे ईपीएफ से जोड़ने एवं उम्र सीमा 60 से बढा़कर 65 वर्ष करने सहित अन्य मांगों पर विचार नही करती है तो चरणबद्ध तरीके से पूरे राज्य में आंदोजन होगा तथा मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा।मशाल जुलुस के पूर्व मुख्यालय मध्य विद्यालय के प्रांगण में सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा की बैठक की गई गया। बैठक में संगठन की मजबूती सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान अध्यक्ष नागेन्द्र यादव ने कहा की संघ ही हमारी ताकत है। किसी भी आंदोलन में संगठन का एक महत्वपूर्ण योगदान होता है। अंत में सभी ने एक साथ कार्य करने का शपथ लिया।उक्त जुलुस में सहायक अध्यापक सोहन राम,विश्वजीत सिन्हा , सतीश पांडे, अशोक प्रसाद,संतोष शर्मा,शिवनंन्दन यादव,मुकेश सिंह,आनंन्द कुमार,उमेश कुमार,रामविलाश मिस्त्री, अवधेश कुमार,रूबैदा खातुन,कुसुम देवी,बसंती देवी,वेवी देवी सहित सैकड़ों की संख्या में सहायक अध्यापक शामिल थे।