शिक्षक पात्रता परीक्षा में नागपुरी और कुड़ुख को शामिल करने का विरोध शुरू

Education

Eksandeshlive Desk

पलामू : शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली 2025 में नागपुरी और कुड़ुख को शामिल किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। पलामू के सांसद वीडी राम ने इसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है। रविवार को मेदिनीनगर स्थित आवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह बात कही। सांसद ने कहा कि पलामू प्रमंडल के तीनों जिले पलामू, गढ़वा एवं लातेहार में ज्यादातर मगही और भोजपुरी भाषा बोली जाती है। इसके बावजूद नियमावली में इन दोनों भाषाओं को शामिल नहीं किया गया, यह पलामू प्रमंडल के युवाओं के साथ यह घोर अन्याय है। इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सांसद ने कहा कि पलामू प्रमंडल में नागपुरी और कुड़ुख भाषा की पढ़ाई नहीं होती है। एक कॉलेज स्तर के शिक्षक भी थे वह भी रिटायर हो चुके हैं। जब स्कूल और कॉलेज में इन दोनों भाषाओं की पढ़ाई नहीं होती। किसी शिक्षक की नियुक्ति नहीं है तो फिर यहां के बच्चे इन भाषाओं को कैसे जानेंगे। इन क्षेत्रों के युवाओं को इन दोनों भाषाओं को थोपने की क्या जरूरत। नियमावली बनाने से पहले क्यों नहीं इस मामले पर सोचा गया। उन्होंने इसे काफी दुखद बताया। कहा कि पलामू प्रमंडल के लोगों का इसमें क्या कसूर है। भाषा आधारित परीक्षा होनी चाहिए। नियमावली को नए सिरे से बनाने की जरूरत है और उसमें मगही और भोजपुरी को शामिल किया जाए। सांसद ने यह भी कहा कि झारखंड की झामुमो और कांग्रेस गठबंधन की सरकार दलितों के साथ अन्याय कर रही है। अब तक इस राज्य में अनुसूचित जाति आयोग का गठन नहीं किया गया है। इसी तरह अनुसूचित जाति परामर्श दात्री परिषद का भी गठन नहीं हो पाया है। रघुवर दास के कार्यकाल में इन दोनों इकाइयों का गठन किया गया था। छत्तीसगढ़ राज्य में दोनों इकाइयां कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों संस्थाओं के नहीं रहने से दलितों की उपेक्षा हो रही है। सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अमित तिवारी ने कहा कि कुड़ुख भाषा उरांव जाति के लोग बोलते हैं। चेरो जनजाति के लोग नहीं बोलते। यह अनुसूचित जातियों के साथ भी शोषण की तरह है। जल्द ही सड़क पर उतरकर संघर्ष तेज किया जाएगा और हक दिलाने तक आंदोलन चलेगा। मौके पर संसद के जिला प्रतिनिधि विजय ओझा और पार्टी नेता शिवकुमार मिश्र मौजूद थे।