शूटर मेजर समेत चार अपराधी गिरफ्तार

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Eksandeshlive Desk

धनबाद: कोल सिटी धनबाद में व्यवसायियों से रंगदारी मांगने से परेशान जिला पुलिस को आखिरकार कथित शूटर “मेजर” मिल  ही गया। जिसके सहारे कुख्यात प्रिंस शहर के व्यवसायियों को धमका रहा था। मेजर और आर्म्स सपलायर्स समेत कुल चार अपराधियों को पुलिस ने दबोचा है जिसके पास से आधा दर्जन हथियार और भारी संख्या में कारतूस बरामद किया है। जिस छद्म मेजर को ढाल बनाकर गैंगेस्टर प्रिंस खान कारोबारियों से रंगदारी मांग रहा था। उसका वास्तविक नाम नसीम अंसारी उर्फ रजी अहमद है। ये मूल रूप से कतरास के छाताबाद का रहने वाला है और वर्तमान में पश्चिम बंगाल के आसनसोल रेल पार नया मुहल्ला में रह रहा था। गिरोह में सहयोगी रहें उसके रिश्तेदार सद्दाम अंसारी को पुलिस ने उसके पुस्तैनी गांव गिरिडीह के बिरनी से गिरफ्तार किया है। साथ ही हथियार सप्लायर विकास सिंह और राजू अंसारी को भी धर दबोचा है। राजू अंसारी जोगता थाना के सिजुआ का रहने वाला है। जबकि हथियार का सौदा करने वाला विकास सिंह धनबाद थाना क्षेत्र के लुबी सर्कुलर रोड के अंबिकापुरम का निवासी है।

धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने मंगलवार को पुलिस कार्यालय में प्रेस वार्ता कर बताया कि इन अपराधियों की निशानदेही पर 05 ऑटोमैटिक पिस्टल, 01देशी कट्टा, 56कारतूस, 50हजार नकद , एक बाईक और इंटरनेट वाईफाई का मॉडम भी बरामद किया है। प्रिंस खान के मामले में पुलिस ने दूसरी बार कथित मेजर की गिरफ्तारी को बड़ी सफलता मान रहीं है। उसके पास से हथियार के अलावा वॉयस कॉल डिटेल और वायरल पत्र की कॉपी भी बरामद हुई है। यहां तक कि उसके गैंग के दूसरे सदस्य भी मेजर से उसका नाम सेव कर रखा है।

SSP संजीव कुमार ने बताया कि प्रिंस खान सहयोगियों को पकड़ने के लिए सिटी एसपी व ग्रामीण एसपी के मॉनिटरिंग में एक टीम गठित की गई थी, जिसमें डीएसपी अमर पांडेय, विधि व्यवस्था अरविंद बिन्हा समेत सात थाना के थानेदार व इंस्पेक्टर को लगाया गया था। अनुसंधान के दौरान जब टीम ने सबसे पहले हथियार सप्लायर विकास सिंह को दबोचा उसके बाद मामला परत दर परत खुलता गया। विकास मुंगेर से हथियार लाकर प्रिंस खान के गुर्गों को सप्लाई करता था। उसके निशानदेही पर ही राजू अंसारी को गिरिडीह से दबोचा गया। राजू अंसारी के पास भी हथियार बरामद हुए। उसके बाद पुलिस को कुछ नया सुराग मिला और उसके आधार पर कथित मेजर और उसके बहनोई सद्दाम तक पुलिस पहुंची। तीनों की गिरफ्तारी के बाद सभी ने अपना गुनाह कबूल किया और पूछताछ के दौरान ही यह बात सामने आई कि हाल के दिनों में प्रिंस खान ने शहर के जिन व्यवसायियों को फोन पर धमकी दिलवाया था।

उसका मोबाइल नंबर डिटेल राजू अंसारी ने प्रिंस खान और उसका कथित मेजर नसीम अंसारी को उपलब्ध कराया था..यहां तक जीटी रोड पर व्यवसायियों को भयभीत करने के जो बमबाजी और फायरिंग की घटना हुई थी। उसमे नसीम अंसारी और राजू अंसारी खुद भी शामिल था। तोपचांची शान ए पंजाब में बमबाजी, गोविंदपुर में बिहारी लाल चौधरी और खालसा होटल पर फायरिंग में भी दोनो की भूमिका थी। इस कांड में कुछ तथ्य और भी सामने आएं जिस पर पुलिस अनुसंधान जारी है। प्रिंस के सहयोगी के रूप में कुछ सफेद पोश के भी नाम आएं है। पुलिस उसका सत्यापन कर रहीं है। वहीं कुछ फर्जी पत्रकार भी नसीम अंसारी के पत्र के वायरल करने में मदद कर रहें थे। उसका भी सत्यापन किया जा रहा है।मोबाइल कॉल डिटेल में वैसे कुछ लोगो की बातचीत के भी संकेत मिले है।

एसएसपी संजीव कुमार ने कड़े शब्दों में यह भी कहा कि धनबाद में दहशत का कारोबार करने वाले किसी भी नहीं जायेंग।जो लोग अपराध करने की सोच रहें है वो कान खोलकर सुन लें। पुलिस उनको भी रडार पर रखे हुए है। धनबाद में कोई भी अपराधी नहीं बचेगा। हमारी टीम रात दिन उनको पकड़ने में जुटी हुई है। यहां तक कि विदेश में छुप कर रहें कुख्यात प्रिंस खान को पकड़ने के लिए धनबाद पुलिस इंटरपोल की भी मदद ले रही है। एसएसपी ने कहा कि दुर्गापूजा का माहौल शुरू हो गया, व्यवसायी हो या आम नागरिक सभी अमन चैन के साथ बेफिक्र हो कर अपना काम करें। धनबाद पुलिस सुरक्षा के लिए तत्पर हैं।