सिंङबोंगा की स्तुति से बढ़ती है श्रद्धा-भक्ति : धर्मगुरु बुधराम सिंह मुंडा

Religious

Eksandeshlive Desk

खूंटी : मुरहू के बालोः गांव में रविवार को सरना धर्म सोतोः समिति का ग्यारहवां शाखा स्थापना दिवस सह सरना धर्म प्रार्थना सभा आयोजित की गई। लुथड़ू मुंडा, विश्राम मुंडा और मंगरा बारजो की अगुवाई में अनुयायियों के साथ सरना स्थल में भगवान सिंङबोंगा की पूजा-अर्चना कर सुख, शांति और खुशहाली की कामना की गई। माैके पर धर्मगुरु बुधराम सिंह मुंडा ने कहा कि सिंङबोंगा की स्तुति से हमारी आत्मा में भक्ति और श्रद्धा बढ़ती है तथा समाज में प्रेम एवं भाईचारा की भावना पनपती है। इससे लोभ, लालच एवं अहंकार जैसी बुराइयां दूर होती है और जीवन में सुख, शांति और खुशहाली आती है।

उन्होंने कहा कि भगवान के सामने सब बराबर हैं। हमें इसके लिए सदा धर्म के रास्ते पर चलना चाहिए और समाज में प्रेम एवं भाईचारा के साथ रहना चाहिए। सिङबोंगा की स्तुति के साथ मनुष्य, जीव-जंतु एवं सारी सृष्टि का सम्मान करना ही सरना धर्म का मूल सिद्धांत है। इस अवसर धर्मगुरु बगरय मुंडा ने कहा कि हमारे महापुरुषों ने अपने मूल धर्म को संगठित कर जिस समृद्ध समाज की कल्पना की, वह आज भी अधूरा है। वे न केवल धर्म-संस्कृति को बचाने के लिए संघर्ष किया, बल्कि जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहे। आज हम उसी धर्म-संस्कृति एवं जल-जंगल-जमीन के संरक्षण के लिए ही सरना धर्म कोड की मांग कर रहे हैं। अतः सरना कोड के लिए महापुरुषों से संकल्प लेकर डटकर संघर्ष करना चाहिए। कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया, मादू बारला, डॉ सीताराम मुंडा, बिरसा कंडीर, करमू हेमरोम, बिरसा तोपनो, चोंगे मुंडा, किरण मुंडा, दुलारी बारला, सुनील गुड़िया, सुमित गुड़िया सहित अन्य ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में तोरपा, तपकारा, कमडारा, खूंटी, मुरहू, बंदगांव, गुमला, रांची आदि जगहों के सरना धर्मावलंबी शामिल हुए।