Eksandeshlive Desk
सुकमा : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर गुरुवार काे पालीगुड़ा-गुंडराजगुड़ेम मुठभेड़ के बाद सर्चिंग में बरामद तीन नक्सलियों के शवाें की पहचान हाे गई है। इनमें दक्षिण बस्तर डिवीजन एवं पीएलजीए बटालियन क्रमांक 1 का आईेईडी एक्सपर्ट काेरसा महेश, माडवी नवीन उर्फ कोसा एसीएम पश्चिम बस्तर, अलवम भीमा एसीएम जोनागुडा शामिल हैं। मुठभेड़ में मारा गया माओवादी महेश काेरसा वर्ष 2023 में बेदरे तथा वर्ष 2024 में जगरगुण्ड़ा क्षेत्र में हुए घटनाओं में भी मास्टर माइंड रहा है।
मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियाें में पी.पी.सी.एम. प्लाटून नंबर 30 के डिप्टी कमांडर कोरसा महेश, माडवी नवीन उर्फ कोसा एसीएम पश्चिम बस्तर, अलवम भीमा एसीएम जोनागुडा हैं। माओवादी महेश वर्ष 2023 में बेदरे और वर्ष 2024 में जगरगुण्ड़ा क्षेत्र में हुए घटनाओं में भी मास्टर माइंड रहा है। महेश के साथ अन्य दोनों नक्सलियों पर कुल मिलाकर 18 लाख रुपये का इनाम था। नक्सलियों के शव के साथ घटनास्थल से 2 बीजीएल लांचर, एक 12 बोर रायफल सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद की गई है। इनमें से पश्चिम बस्तर बीजापुर क्षेत्र निवासी कोरसा महेश पर 8 लाख रुपये, पश्चिम बस्तर बीजापुर निवासी माडवी नवीन उर्फ कोसा एसीएम पर 5 लाख और जोनागुड़ा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा निवासी अवलम भीमा एसीएम पर भी पांच लाख रुपये का इनाम था।
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 08 जनवरी को जिला सुकमा डीआरजी, एसटीएफ एवं कोबरा तथा सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी शीर्ष नक्सलियाें की उपस्थिति की सूचना पर पालीगुड़ा-गुंडराजगुडेम क्षेत्र में रवाना हुई थी। अभियान के दौरान 09 जनवरी की प्रातः लगभग 08 बजे ग्राम पालीगुड़ा- गुंडराजगुडेम के मध्य जंगल पहाड़ पर सुरक्षा बलों और नक्सलियाें के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो रुक-रुक कर चलती रही। मुठभेड़ समाप्ति उपरांत सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर 03 पुरूष हार्डकोर नक्सलियाें के शव, हथियार और सामग्री बरामद हुई।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में मिली बढ़त को बरकरार रखते हुए वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों ने प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध नक्सल विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप विगत 06 दिनों में कुल 08 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किये गये। माओवादियों की तमाम साजिश एवं कायराना हरकतों के बावजूद भी सुरक्षा बल सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास के लिए समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है।