898 मेगावाट सौर ऊर्जा स्थापित; 70% का उपयोग ट्रैक्शन उद्देश्यों के लिए, ऊर्जा सुरक्षा में सुधार
Eksandeshlive Desk
नई दिल्ली : भारतीय रेलवे ने अपने रेल नेटवर्क में सौर ऊर्जा के उपयोग की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है। वर्तमान में देश भर में 2,626 रेलवे स्टेशन सौर ऊर्जा का उपयोग कर रहे हैं। यह व्यापक स्तर पर अपनाई गई पहल ऊर्जा लागत को कम करने में मदद कर रही है और स्वच्छ एवं अधिक सतत रेलवे परिचालन की ओर एक निरंतर परिवर्तन को समर्थन दे रही है। चालू वित्तीय वर्ष में इस गति को और बल मिला है। नवंबर तक 318 नए रेलवे स्टेशनों को सौर ऊर्जा नेटवर्क से जोड़ा गया है। इन नवीन जोड़ के साथ, सौर ऊर्जा से संचालित रेलवे स्टेशनों की कुल संख्या बढ़कर 2,626 हो गई है।
भारतीय रेलवे ने स्वच्छ ऊर्जा उपयोग में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। नवंबर 2025 तक, रेलवे ने अपने परिचालन के लिए 898 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित कर ली है। यह 2014 में मात्र 3.68 मेगावाट से एक बड़ा उछाल है, जो लगभग 244 गुना वृद्धि को दर्शाता है। कुल स्थापित सौर क्षमता में से 629 मेगावाट का उपयोग ट्रैक्शन उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है, जो सीधे तौर पर विद्युत ट्रेन परिचालन को समर्थन देता है। शेष 269 मेगावाट का उपयोग गैर-ट्रैक्शन आवश्यकताओं के लिए किया जा रहा है, जिनमें स्टेशन प्रकाश व्यवस्था, कार्यशालाएँ, सेवा भवन और रेलवे आवास शामिल हैं। सौर ऊर्जा का यह संतुलित उपयोग पारंपरिक ऊर्जा पर निर्भरता को कम करता है और रेलवे परिचालन की समग्र दक्षता में सुधार करता है। स्टेशनों, भवनों और रेलवे भूमि पर स्थापित सौर संयंत्र भारतीय रेलवे की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं को स्वच्छ और सतत तरीके से पूरा कर रहे हैं। ये प्रयास ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत कर रहे हैं और डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्यों को समर्थन दे रहे हैं। इस प्रकार की पहलें 2030 तक नेट ज़ीरो कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने की दिशा में भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता को पुनः पुष्ट करती हैं।
