माटी चित्रकार महावीर शामी : रोजी-रोटी और घर-परिवार छोड़ झारखंड की भाषा-संस्कृति को बचाने का जुनून

Neeraj Bhattacharya बोकारो : रोजी-रोटी के लिए चित्रकारी करने वालों की तो इस दुनिया में भरमार है, लेकिन चित्रकारी के लिए रोजी-रोटी अर्थात नौकरी को त्यागने वाले शायद ही कोई मिले। झारखंड के मशहूर माटी चित्रकार महावीर शामी अपनी अच्छी-खासी नौकरी और घर-परिवार छोड़कर करीब तीन साल से झारखंड के लगभग सभी 32640 गांवों में […]

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