Eksandeshlive Desk
रांची : केंद्रीय सरना संघर्ष समिति के तत्वावधान में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया । केंद्रीय सरना संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवा कच्छप के नेतृत्व में पिस्का मोड़ से अल्बर्ट एक्का चौक तक रैली निकाली गई ।
केंद्रीय सरना संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि आज आदिवासी समाज को हर हाल में एकजुटता बनाए रखने की जरूरत है । क्योंकि देशभर का आदिवासी समाज अपने इतिहास के सबसे निर्णायक अस्तित्व की लड़ाई का सामना कर रहा है ।
आदिवासी ही प्राकृति के रक्षक है, संस्कृति ही आदिवासीयो की पहचान है, जल जंगल जमीन की रक्षा करे , पुरखो ने समृद्ध संस्कृति दी है, वैचारिक रूप से मजबूत बने, सिर्फ नाचने – गाने के लिए आदिवासी दिवस नही है , यह सचेत होने का समय है , भाषा जब तक जिंदा है, तब तक आदिवासीयत है । ताकतवर लोग आदिवासी की जमीन लूटने में लगे हुए , भाषा एवं संस्कृति को गैर जनजातीय विवाह के माध्यम से समाप्त किया जा रहा है , इसे बचाने की आवश्यकता है । आदिवासी अपने धर्म कोड को लेकर लम्बे समय से संघर्ष कर रहे है , केंद्र सरकार अविलंब सरना धर्म कोड लागू करे।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य योगदान दिनेश उरांव, धरमू उरांव, भोला तिर्की, सती तिर्की, लालू उरांव, अनिता उरांव, गुड्डू उरांव, कुलदीप उरांव, बुधनी उरांव, प्रमिला उरांव, संगीता गाड़ी, रीता खलखो, नीलम उरांव, पिंकी कुजूर, सुनिता कुजूर, वृद्धि उरांव , सीटीओ उरांव , पार्वती उरांव, शोभा तिर्की, नुरी तिर्की इत्यादि।