रंजीत कुमार
रांची: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी 20 सीरीज में जीत के लिए भारतीय टीम को अब रायपुर में होने वाले मैच का इंतजार करना होगा. गुवाहाटी में भारत 223 रन का बचाव नहीं कर सकी. ऑस्ट्रेलिया ने ग्लेन मैक्सवेल के शतक से लक्ष्य को हासिल कर लिया.
तेज गेंदबाजी बनी टीम इंडिया के लिए चिंता का सबब
एक दिवसीय विश्व कप के दौरान कई एक्सपर्ट ने भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माना. लेकिन मौजूदा टी 20 सीरीज में प्रमुख गेंदबाजो को आराम देने के बाद दूसरी पंक्ति के गेंदबाजों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया. खासकर वर्ल्ड कप टीम में शामिल प्रसिद्ध कृष्णा और कई मौकों पर नीली जर्सी पहन चुके अर्शदीप ने निराशाजनक खेल दिखाया. दोनो गेंदबाजों ने तीन मैच में कुल 24 ओवर की गेंदबाजी की. जिसमे प्रति ओवर 12 की औसत से 291 रन खर्च किए. गुवाहाटी में कृष्णा ने चार ओवर में 68 रन खर्चे, अर्शदीप को चार ओवर में 44 रन की कीमत पर एक विकेट मिला. दोनो ने दिशाहीन गेंदबाजी की, परिणामस्वरूप मैक्सवेल सहित ऑस्ट्रेलिया के अन्य बल्लेबाजों ने दोनो को आड़े हाथों लिया. बाकी दो मैचो के लिए दीपक चाहर को टीम में शामिल किया गया है. चाहर गेंद को दोनो और स्विंग कराने में सक्षम है. अब देखना होगा आने वाले मैच में गेंदबाजी यूनिट के रूप टीम कैसा प्रदर्शन करती है ? ईशान किशन ने श्रृंखला में जरूर दो अर्धशतक बनाए है पर उन्हें अपनी विकेटकीपिंग में सुधार करना होगा. गुवाहाटी टी 20 में उनकी खराब विकेटकीपिंग का खामियाजा टीम को हार के रूप में चुकाना पड़ा.
बाकी बचे हुए मैचो के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में बड़े बदलाव हुए है. आगामी पाकिस्तान के साथ टेस्ट मैच की सीरीज को देखते हुए, वैसे खिलाड़ी जो एक दिवसीय विश्व कप टीम में शामिल थे, वापस चले गए है. अब उनकी जगह युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है. विश्व कप फाइनल के हीरो ट्रेविस हेड टीम के साथ बने रहेंगे.