तेरापंथ महिला मंडल बीरगंज ने किया “आचार्य महाप्रज्ञ कन्या सुरक्षा सर्किल“ का भव्य शुभारंभ

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Ashutosh Jha

काठमांडू : सामाजिक जागरूकता और नारी सुरक्षा की दिशा में एक नई पहल करते हुए तेरापंथ महिला मंडल बीरगंज द्वारा “आचार्य महाप्रज्ञ कन्या सुरक्षा सर्किल” का भव्य उद्घाटन समारोह प्रातः बीरगंज के शंखधर सख्वा पार्क में सम्पन्न हुआ। यह अभियान नारी सुरक्षा, मौलिक शिक्षा और आत्मरक्षा के महत्व को समाज के समक्ष प्रस्तुत करने वाला एक ऐतिहासिक कदम रहा।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीरगंज महानगरपालिका के मेयर राजेश मान सिंह थे। उनके साथ मंच पर विशेष अतिथि अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्ष सरिता डागा, विशेष अतिथि नेपाल स्तरीय जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक कुमार बैद, अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की कार्यसमिति के सह मंत्री डॉ.वंदना, प्रचार प्रभारी सरिता बारलोटा,कन्या मंडल सह प्रभारी सोनम बागरेचा, बीरगंज महिला मंडल की अध्यक्ष बबीता खटेड़, तेरापंथ महिला मंडल बीरगंज की समस्त नारी शक्ति, समाजपान तथा अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के सामूहिक मंगलोच्चारण से हुई, जिससे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ। इसके बाद सभी अतिथियों को अभिनंदन पट्टिका देकर उनका स्वागत एवम् अभिनंदन किया गया। तत्पश्चात कन्या सुरक्षा सर्किल का उद्घाटन मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों एवं महिला मंडल बीरगंज की अध्यक्ष बबीता खटेड़, कुसम मुनोत आदि द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी अतिथियों ने अपने वक्तव्यों के माध्यम से कन्या सुरक्षा के इस अभियान की सराहना की। अपने प्रेरणास्पद मंतव्य में मेयर राजेश मान सिंह ने महिला मंडल की इस पहल की समाज के लिए अनुकरणीय बताया और महानगरपालिका की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। मेयर राजेश मान सिंह ने कहा- “इस प्रकार की पहल आज की सामाजिक आवश्यकता है। महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, अपितु सामाजिक सहभागिता से ही सम्भव है।

अपने संबोधन में श्वेतांबर तेरापंथी सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक कुमार बैद ने कहा कि कन्या केवल परिवार की नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र की अमूल्य धरोहर होती है। तेरापंथ महिला मंडल बीरगंज द्वारा किया गया यह कन्या सुरक्षा सर्किल वास्तव में समय की आवश्यकता है। आज जब समाज में अनेक चुनौतियां नारी सुरक्षा के समक्ष खड़ी है, तब ऐसे जागरूकता से परिपूर्ण कार्यक्रम हमारे सामाजिक दायित्व को निभाने की प्रेरणा देते है। यह सर्किल न केवल आत्मरक्षा की तकनीकी सिखाएगा, बल्कि नैतिक शिक्षा, आत्मविश्वास और चारित्रिक मजबूती की ओर भी बेटियों को अग्रसर करेगा। जिस समाज में बेटियाँ होनहार बने वो समाज आगे बढ़ता है और सशक्त तथा समृद्ध बनता है।