Eksandeshlive Desk
बैंकॉक (थाईलैंड)/ नाएप्यीडॉ (म्यांमार) : थाईलैंड और म्यांमार में शुक्रवार दोपहर आए शक्तिशाली भूकंप से भारी अनिष्ट होने की आशंका है। एक बहुमंजिला इमारत समेत तमाम आवासीय भवन रेत के महल की तरह भरभरा गए हैं। अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। 67 लोग लापता बताए गए हैं। भूकंप का असर भारत तक दिखा है। नई दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई शहरों में लोगों ने कंपन महसूस किया। थाईलैंड में सेना को राहत और बचाव अभियान शुरू किया है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा अपनी फूकेत की यात्रा अधूरी छोड़कर बैंकॉक लौट रहे हैं।
परिवहन सेवाओं को किया गया निलंबित : बैंकॉक के अखबार द नेशन की खबर के अनुसार, अधिकारियों का कहना है कि भूकंप के बाद देश में परिवहन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। थाई मौसम विज्ञान विभाग ने पुष्टि की कि शुक्रवार दोपहर म्यांमार में 8.2 तीव्रता का भूकंप आया। यह माई होंग सोन प्रांत में पैंग मा फा से लगभग 392 किलोमीटर दूर था। बैंकॉक के बैंग सू क्षेत्र में निर्माणाधीन स्टेट ऑडिट ऑफिस की इमारत ढहने के बाद 67 लोग लापता हैं। सात लोगों को बचा लिया गया है। भूकंप ने बैंकॉक में परिवहन सेवाओं को बाधित कर दिया। बैंकॉक मास ट्रांजिट सिस्टम ने सुखुमविट लाइन पर परिचालन को निलंबित कर दिया और एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने थाईलैंड के सभी हवाई अड्डों के लिए राष्ट्रव्यापी नो-फ्लाई ऑर्डर जारी किया है। बैंकॉक के गवर्नर चाडचार्ट सिट्टीपंट ने बैंकॉक मेट्रोपॉलिटन एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिस में भूकंप घटना कमांड सेंटर की स्थापना का आदेश दिया है। भूकंप के कारण बैंकॉक के चतुचक इलाके में निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत ढह गई।
भूकंप प्रभावित लोगों से सतर्क रहने की अपील : प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा फुकेत से बैंकॉक लौट रहे हैं। उन्होंने फूकेत से जारी आपदा संदेश में भूकंप प्रभावित लोगों से सतर्क रहने को कहा है। शिनावात्रा ने कहा है कि खतरा टला नहीं है। 24 घंटे के भीतर भूकंप के फिर आने की संभावना है। उन्होंने सभी सरकारी मंत्रालयों में समन्वित प्रतिक्रिया का आदेश दिया है। इसके अलावा देश में सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। प्राकृतिक संसाधन और पर्यावरण मंत्रालय भूकंपीय गतिविधि का आकलन कर रहा है। सांख्यिकीय डेटा ने अगले 24 घंटों के भीतर एक और शक्तिशाली भूकंप के जोखिम का संकेत जारी किया है। सुवर्णभूमि हवाई अड्डे ने उड़ानों का संचालन निलंबित कर दिया है। सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल विन्थाई सुवारी ने कहा है कि कमांडर-इन-चीफ जनरल पाना क्लेप्लोड्टुक ने सार्वजनिक सहायता के लिए आपदा राहत केंद्र को तत्काल सक्रिय करने का आदेश दिया है।
म्यांमार में शक्तिशाली भूकंप के झटके : सिंगापुर के अखबार द स्ट्रेट्स टाइम्स की खबर के अनुसार, आज म्यांमार में शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए। सागाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल 7.7 रही। म्यांमार की प्राचीन शाही राजधानी मांडले से सोशल मीडिया पर पोस्ट तस्वीरों में सड़कों पर ढही हुई इमारतों का मलबा बिखरा हुआ दिखाई दे रहा है। म्यांमार की समाचार एजेंसी खित थिट के अनुसार, मांडेल में श्वे फोन शीन मस्जिद के ढहने से कम से कम 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। कुछ लोग मस्जिद के भीतर फंसे हुए हैं। थाईलैंड के स्टॉक एक्सचेंज ने व्यापारिक गतिविधियों को स्थगित कर दिया है। बैंकॉक में सिंगापुर दूतावास ने थाईलैंड में रहने वाले सिंगापुर के लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया है।
भूकंप प्रभावित बैंकॉक आपदा क्षेत्र घोषित : थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक को आज भूकंप के बाद आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया गया। सिटी हॉल ने कहा कि पड़ोसी देश म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद यह घोषणा करनी पड़ी। बैंकॉक पोस्ट के अनुसार, बैंकॉक के गवर्नर चाडचार्ट सिट्टीपंट को आपदा प्रतिक्रिया के समन्वय का प्रभार सौंपा गया है। गवर्नर ने कहा कि म्यांमार के भूकंप ने राजधानी में कई ऊंची इमारतों को नुकसान पहुंचाया है। निरीक्षण चल रहा है और लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है। इस बीच, थाईलैंड के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएटी) ने घोषणा की कि म्यांमार में आए भूकंप के बाद बैंकॉक से आने-जाने वाली सभी उड़ानें सामान्य रूप से चल रही हैं। भूकंप के कारण बैंकॉक में रामा II सड़क ध्वस्त हो गई है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को सागाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। कुछ मिनट बाद उसी क्षेत्र में 6.4 तीव्रता का आफ्टरशॉक आया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-भारत हरसंभव मदद को तैयार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप पर चिंता जताते हुए कहा कि भारत हरसंभव सहायता देने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हरसंभव सहायता देने के लिए तैयार है। इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों से तैयार रहने को कहा है। साथ ही विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क में रहने को कहा है।”