ठाकुर गंगटी प्रखंड में चूल्हे से निकली चिंगारी ने 11घरों को किया स्वाहा

States

Eksandeshlive Desk

गोड्डा : ठाकुर गंगटी  थाना क्षेत्र के फुलबड़ीया गांव में बुधवार को चूल्हे से निकली चिंगारी से बाबूजी टुडू के घर में आग लग गई।तेज हवा रहने के कारण देखते ही देखते आगे की लौ इतनी तेज हो गई की बारी-बारी से आग ने बाबूजी टुडू के घर के साथ-साथ पटवारी टुडू, रूपचंद टुड्डू,मंगली सोरेन,प्रमोद मरांडी, प्रेमलाल मरांडी,गणेश टुडू,संजलि मुर्मू,शिवजी टुडू,तालामय हेंब्रम, सोनाराम मरांडी के घर को चपेट में ले लिया। जब तक ग्रामीण एकजूट होकर कुछ समझ पाते तब तक आज ने भयंकर रूप ले चुका था।और एक के बाद एक आग ने 11 घरों को चपेट में लेकर जलकर खाक कर दिया।सभी 11 परिवारों के घर में रखा खाद्यान्न, कपड़ा,बर्तन,नगदी, गहना,कागजात सहित सभी सामान जलकर राख हो गया।11 घरों में से करीब 22 लख रुपए मूल्य से अधिक की संपत्ति के जलने का अनुमान लगाया जा रहा है।सूचना मिलते ही पोलिस बाल के साथ थाना प्रभारी पंकज कुमार सिंह, अंचलाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय मंडल,अंचल निरीक्षक महेश कुमार,कांग्रेस सह बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष अवधेश ठाकुर,भाजपा नेता निरंजन कुमार सिन्हा,अमौर पंचायत की मुखिया मधुबाला सिन्हा,मुखिया सालोमी मुर्मू,पंचायत समिति सदस्य जीत राम हसदा, सुरेश मुर्मू सहित कई समाजसेवी भी घटनास्थल पर पहुंचे। सूचना दिए जाने के बाद महागामा अनुमंडल मुख्यालय से अग्निशमन वाहन पहुंचा और आग को बुझाने का काम शुरू किया।हालांकि बाद में फिर गोड्डा जिला मुख्यालय से भी अग्निशमन वाहन अग्निकांड स्थल पर पहुंचा।अंचलाधिकारी की ओर से खाद्यान्न,चूड़ा, गुड़,कंबल,तिरपाल, आदि आवश्यक उपयोगी सामग्री उपलब्ध कराया गया। विधायक दीपिका पांडे सिंह की ओर से कांग्रेस साहब विशुठारी प्रखंड अध्यक्ष अवधेश ठाकुर द्वारा भोजन पकाने के लिए बर्तन, कपड़ा,खाद्यान्न, प्लास्टिक,कंबल व अन्य सामान उपलब्ध कराया। वहीं समाजसेवी सह भाजपा नेता निरंजन कुमार सिन्हा और अमौर पंचायत की मुखिया मधुबाला सिन्हा की ओर से प्रत्येक अग्नि पीड़ितों को एक एक हजार रुपए सहायता राशि दी गई। भाजपा नेता निरंजन कुमार सिन्हा ने बताया कि अग्नि पीड़ित परिवार के सभी सदस्यों को गुरुवार को कपड़ा उपलब्ध करा दिया जाएगा। मुखिया सालोमी मुर्मू द्वारा भी अग्नि पीड़ित को खाद्य सामग्री,खाद्यान्न के साथ-साथ कुछ नगदी राशि आदि भी उपलब्ध कराई गई।अग्नि पीड़ितों ने और अधिक राहत सामग्री व सहायता राशि के साथ-साथ आवास का मांग किया है।ताकि वह किसी प्रकार परिवार बच्चों के साथ खुले आसमान में रहने से बच सकें।क्योंकि यह इस प्रकार का अग्निकांड था की 11 अग्नि पपीड़ित के घर से कोई भी सामान बाहर नहीं निकल पाया।क्योंकि सभी आदिवासी समाज के गरीब तबके के व्यक्ति थे।और सबों का घर मिट्टी,टट्टी,फूस,खपडैल आदि का ही था।