Latehar: राज्य के पर्यटन स्थलों पर विशेष ध्यान देते हुए झारखंड सरकार सभी पर्यटन स्थलों को विकसित कर रही है. इसी कड़ी में लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड स्थित लोध जलप्रपात और नेतरहाट की सुंदर वादियों पर भी राज्य सरकार विशेष ध्यान दे रही है.
असुविधा के कारण पर्यटक नहीं उठा पाते हैं लुत्फ
अपनी इसी प्राकृतिक प्रेम के कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नेतरहाट की सुंदर वादियों समेत लोध जलप्रपात का कई बार भ्रमण कर चुके हैं. नेतरहाट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, इस काम से नेतरहाट वासियों में कितनी खुशी है इसका जायजा लेने पर नेतरहाट के स्थानीय लोगों ने बताया कि नेतरहाट घूमने आए पर्यटक नेतरहाट की वादियों का अच्छे से लुफ्त नहीं उठा पाते हैं.
अच्छी सड़क नहीं होने की वजह से होती है परेशानी
दरअसल, नेतरहाट में सूर्यास्त और सूर्योदय देखने के लिए पर्यटक मैगनोलिया पॉइंट और नव उदय पॉइंट तक तो आसानी से पहुंच जाते हैं, लेकिन नेतरहाट के लोअर घाघरी, अपर घाघरी, नैना वाटरफॉल, कोयल व्यू प्वाइंट समेत अन्य जगहों पर पर्यटक नहीं जा पाते हैं. इसका मुख्य कारण है सड़क की अच्छी व्यवस्था का नहीं होना.
नल की भी सुविधा नहीं
नेतरहाट घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए सिर्फ एक ही छोटा मार्केट है जहां पानी की व्यवस्था के लिए एक नल की भी सुविधा नहीं है. एक ओर सरकार जब इतना खर्च कर पर्यटकों को लुभाने का काम कर रही है, तो सरकार को नेतरहाट के इन सभी समस्याओं पर ही ध्यान देने की जरुरत है.
सरकार अगर इन चीजों पर भी ध्यान देती है तो पर्यटक सिर्फ सूर्योदय और सूर्यास्त देखकर ही वापस नहीं लौटेंगे. बल्कि कई ऐसी और जगहें है जो उन्हें अपनी ओर आकर्षित कर सकती है.
रिपोर्ट: सतीश कुमार, लातेहार