तस्करों पर पुलिसिया शिकंजा, गांजा के खेप के साथ तीन गिरफ्तार

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चतरा : चतरा जिले में सक्रिय प्रतिबंधित नशा के कारोबारियों और तस्करों के विरुद्ध पुलिस का कार्रवाई निरंतर जारी है। एसपी विकास पांडेय को मिली गुप्त सूचना के आधार पर प्रतापपुर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित गांजा के खेप के साथ तीन तस्करों को दबोचने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने गिरफ्तार तस्करों के पास से दो किलो 300 ग्राम गांजा व तस्करी में प्रयुक्त होंडा साईन मोटरसाईकिल जप्त किया है। एसडीपीओ संदीप सुमन ने बताया कि पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतापपुर थाना क्षेत्र के घोरीघाट से हुमाजांग की ओर मोटरसाईकिल से अवैध गांजा का खेप भेजा जा रहा है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए तस्करों की गिरफ्तारी को ले अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी द्वारा प्रतापपुर थाना प्रभारी के नेतृत्व में विशेष छापामारी टीम का गठन कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया था। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान ही छापामारी दल के द्वारा हुमाजांग–घोरीघाट रोड पर स्थित हुमाजांग गांव के समीप से वाहन चेकिंग के दौरान मोटर साईकिल सवार दो व्यक्ति संदिग्धों को पकड़ा गया। एसडीपीओ ने बताया कि छापेमारी के दौरान मौके पर ही मोटरसाईकिल की तलाशी ली गई। जिससे सफेद रंग के बोरा में छिपाकर ले जाया जा रहा गांजा बरामद किया गया है। एसडीपीओ ने बताया कि पकड़े गए दोनों संदिग्धों में थाना क्षेत्र के ही लिपदा गांव निवासी मुरारी सिंह व गजेन्द्र सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्करों ने बताया कि मथुरापुर गांव निवासी सुनिल कुमार पाठक के घर से गांजा की खरीद कर होली के अवसर पर पीनें और बेचनें के उद्देश्य से गांजा ले जा रहे है। गिरफ्तार तस्करों के निशानदेही पर गांजा की बिक्री करने वाले सुनील कुमार पाठक को भी उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस नशा के कारोबारी और तस्करों के विरुद्ध चौतरफा प्रहार कर रही है। नशे की खेती करने और उसके कारोबार से जुड़े तस्करों को चिन्हित कर जेल भेजने की कार्रवाई निरंतर तौर पर किया जा रहा है। साथ ही सभी थाना प्रभारी को भी सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। किसी भी परिस्थिति में तस्करों को बक्सा नहीं जाएगा। अभियान में अंचल अधिकारी विकास कुमार टुडू, थाना प्रभारी कासिम अंसारी, एसआई प्रेम कुमार सांगा, जुवैल गुड़िया व एएसआई दुर्गा चरण बिरुआ समेत सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।