उप्र की संभल हिंसा में 25 गिरफ्तार, सात प्राथमिकी, राहुल गांधी ने कहा- भाजपा दोषी, सुप्रीम कोर्ट करे हस्तक्षेप

Crime

Eksandeshlive Desk

संभल : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर रविवार को हुए पथराव एवं आगजनी को लेकर प्रशासन बड़े स्तर पर कार्रवाई कर रहा है। इस मामले में संभल कोतवाली में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर्रहमान और विधायक नवाब इकबाल के बेटे सुहेल इकबाल के खिलाफ उपद्रव की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और दो थानों में सात प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले में भाजपा को दोषी ठहराते हुए सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग की है।

800 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने मीडियाकर्मियों बताया कि संभल हिंसा मामले में दो थानों में 7 प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं। इसमें सांसद जियाउर्रहमान बर्क़ और सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे नवाब सुहैल इकबाल को भी आरोपित बनाया गया है। उन पर दंगाई को भड़काने का आरोप है। उन्होंने बताया कि उपद्रवियों के हमले में घायल एकता चौकी के प्रभारी दीपक राठी ने 800 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है। जिया उर्रहमान बर्क और सोहेल इकबाल नामजद अभियुक्त हैं। बर्क को पहले भी नोटिस दिया गया था। उन्होंने पहले भी भड़काऊ भाषण दिए थे और उन्हें ऐसा करने के लिए मना किया गया था। भाषण के दौरान उन्हें पहले भी कहा गया था कि आप इस तरह के भाषण न दें लेकिन उन्होंने इसके बाद भी भीड़ को उकसाने और जामा मस्जिद की हिफाजत के लिए लोगों को उकसाने का काम किया। इस दौरान जब सर्वे का काम चल रहा था तो एकाएक भीड़ ने पथराव कर दिया। पत्थर चलाने वाले सभी रुमाल से मुहं बांधे हुए थे। पत्थरबाजी में 15 पुलिसकर्मी और चार अधिकारी घायल हुए थे।

एसडीएम रमेश बाबू के पैर में फैक्चर

एसडीएम रमेश बाबू के पैर में फैक्चर हो गया था। सीओ संभल के पैर में गोली लगी थी। जिलाधिकारी ने कमेटी का गठन किया था, जिसमें एसडीएम संभल, सीओ और अन्य अधिकारी शामिल थे। इन पर सर्वे को पूरा कराने की जिम्मेदारी थी। रविवार को जब सर्वे कराया जा रहा था तो इन अधिकारियों ने भीड़ को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। इसमें सीओ के पैर में गोली लगी। संजीव कुमार नाम के एक व्यक्ति ने भी लूट का मुकदमा दर्ज कराया है।

डीएम पर महिलाओं ने ईंट से किया प्रहार

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक जब वे और डीएम इलाके में गश्त कर रहे थे तो महिलाओं ने ईंट से प्रहार किया गया। फायर भी किए, जिसमें पीआरओ भी घायल हुए थे। उनकी तरफ से भी 150 अज्ञात के खिलाफ थाना नखासा में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वर्तमान में कोतवाली क्षेत्र से 22 और थाना नखासा क्षेत्र से तीन लोग गिरफ्तार किए गये हैं। कुल 25 लोग गिरफ्तार हुए हैं। ड्रोन कैमरे में जो फोटो कैद हुई है उनकी पासपोर्ट साइज फोटो बनाकर चिह्नित किया जा रहा है। इनके बारे में जानकारी देने वालों को इनाम भी दिया जाएगा। हालांकि पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्थिति नियत्रंण में हैं। कुछ लोग अपनी दुकान खोले हुए हैं। इंटरनेट सेवा अगले आदेश तक निलंबित हैं और कल भी बंद रखने के लिए जिलाधिकारी से अनुरोध किया गया है। पत्थरबाजों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मुरादाबाद के कमिश्नर बोले-अभी संभल में स्थिति शांत

मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि अभी संभल में स्थिति शांत है। वहां लगातार निगरानी रखी जा रही है। सांसद बर्क और एक स्थानीय विधायक के बेटे के खिलाफ हिंसा भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इस घटना में चार लोगों की मौत हुई है। घायलों का इलाज चल रहा है। आरोपितों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी और जरूरत पड़ी तो एनएसएस भी लगाया जाएगा।

संभल हिंसा के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार : राहुल गांधी

इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उप्र के संभल में मस्जिद में सर्वे कराए जाने के प्रशासनिक आदेश के बाद हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और सुप्रीम कोर्ट से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। कांग्रेस नेता ने इसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राहुल ने कहा है कि संभल में प्रशासन की असंवेदनशीलता से माहौल बिगड़ा है। राहुल ने कहा कि संभल में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और यह कई लोगों की मृत्यु का कारण बना। इसकी सीधी ज़िम्मेदार भाजपा सरकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता हिंदू-मुसलमान के बीच दरार और भेदभाव पैदा कर रही है। यह उत्तर प्रदेश और देश के हित में नहीं है। उन्होंने लोगों से शांति और आपसी सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की। राहुल गांधी ने कहा कि हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफ़रत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।

संभल हिंसा की होगी मजिस्ट्रियल जांच : कमिश्नर

मुरादाबाद मंडल के मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने संभल हिंसा के मामले में सोमवार को मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। कमिश्नर ने बताया कि संभल में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और शहर में शांति बनी हुई है। जहां हिंसा हुई थी वहां कुछ दुकानें बंद हैं, लेकिन बाकी इलाकों में सामान्य स्थिति है और कोई तनाव नहीं है। सभी जगहों पर पुलिस बल तैनात है। कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने आगे बताया कि हिंसा के दौरान कुछ युवाओं ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन इस मामले में पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की है। हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने मस्जिद पर पथराव करने की कोशिश की थी, जिनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है। पुलिस ने इस तरह की हरकत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला लिया है।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा, देसी बंदूक से हुई मृतकों की मौत

मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि संभल हिंसा में मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की मौत देसी बंदूक से हुई है। पुलिस जांच कर रही है कि इस हिंसा के पीछे किसका हाथ था। कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूरी तैयारी की गई है और भविष्य में ऐसी कोई घटना नहीं होने दी जाएगी।

दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत होगी कार्रवाई

मंडलायुक्त ने कहा कि संभल हिंसा में शामिल सभी आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) भी लगाया जाएगा। स्थानीय जिला प्रशासन ने हालात को नियंत्रण में रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। वहीं, संभल के अलावा मुरादाबाद मंडल के मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, रामपुर जनपदों में भी चौकसी बढ़ा दी गई है।