Eksandeshlive Desk
पलामू : पाकिस्तान के साथ युद्ध में शौर्य का प्रदर्शन करने वाली भारतीय सेना के सम्मान में अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की ओर से पूरे देश में जय हिन्द सभा की जा रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को डालटनगंज कचहरी परिसर में इसका आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, कांग्रेस के पलामू प्रभारी विनय कुमार सिन्हा उर्फ दीपू सिन्हा, कार्यक्रम संयोजक पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी, बीस सूत्री अध्यक्ष विमला कुमारी सहित कई वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। अध्यक्षता कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह ने की, जबकि संचालन विनोद तिवारी एवं परमदेव सिंह कुशवाहा ने संयुक्त रूप से किया।
मौके पर सभा संयोजक कृष्णा नंद त्रिपाठी ने सेना के शौर्य एवं पराक्रम के बारे में उपस्थित जनसमूह को बताया। उन्होंने कहा कि मात्र हमारे सेनाओं को तीन दिन का समय और चाहिए था फिर पीओके हमारे क़ब्ज़े में होता। कांग्रेस पहलगाम घटना और ऑपरेशन सिंदूर पर कदम से कदम मिलाकर भारत सरकार के साथ हर निर्णय पर खड़ी रही। किसी भी दल के जरिये इस पर वोट के लिए राजनीति कदापि नहीं करने देंगे। सेना का इस्तेमाल वोट के लिए नहीं, देश की एकता अखंडता और संप्रभुता के लिए होना चाहिए। जब आप सिंदूर लेकर बांटने का काम करेंगे तो यह प्रश्न अवश्य खड़ा होगा कि आखिरकार पीओके पर कब्जा क्यों नहीं हुआ? देश में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मिसाइल एवं सैन्य उपकरण हैं। उन्होंने ब्रह्मोस मिसाइल का भी जिक्र करते हुए कहा कि किस प्रकार हमारे सेना ने पाकिस्तान को नेस्तनाबूद करने का काम किया। उन्होंने सत्ता के हुक्मरानों को सलाह देते हुए कहा कि वार मोंगरिंग बंद करे और दो फ्रंटो पर लड़ने की तैयारी करें। उन्होंने कहा कि हमारा देश तभी सशक्त होगा, जब हम देश में निर्मित वस्तुओ का इस्तेमाल करेंगे और विदेशी माल का वहिष्कार करेंगे, इसलिए महात्मा गांधी ने ब्रिटिश का बहिष्कार करके स्वयं हाथ से बुनकर कपड़े का इस्तेमाल करते थे।
पलामू कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि सैनिकों के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए। हमारी सैनिक हमारी देश की शक्ति हैं, जिस पर हम सभी देशवासियों को गर्व करना चाहिए। मुख्य अतिथि पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने कहा कि जय हिन्द सभा के संयोजक केएन त्रिपाठी झुकने वाला नेता नहीं है। मंचासीन नेताओं ने जय हिन्द सभा के संयोजक केएन त्रिपाठी को पूर्व में सेना में योगदान के लिए सम्मानित किया। कार्यक्रम का प्रारम्भ और समापन सामुहिक राष्ट्रगान के साथ किया गया। मौके पर कई लोग मौजूद थे।