Mustafa Ansari
रांची : विकास इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में गुरुवार को राष्ट्रीय फार्मेसी शिक्षा दिवस का आयोजन किया गया। इसमें सभी व्याख्याता व विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सह इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर राधा चरण सिंह,फार्मेसी प्राचार्य कौशलकांत वर्मा, पारामेडिकल प्राचार्य डॉ. एपी सिंह,उप प्रचार्य एसके तिवारी एवं इंस्टीट्यूट के सभी फैकल्टी व स्टाफ द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित तथा केक काटकर किया गया। मुख्य अतिथि राधा चरण सिंह ने कहा फार्मेसी डिपार्मेंट मेडिकल साइंस का रीड का हड्डी है,और इसके बिना मेडिकल साइंस की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आपने एक ऐसे प्रोफेशन को चुना है,जिसमें निस्वार्थ रूप से मानव सेवा करने का मौका मिलता है। कहा मानव सेवा से बढ़कर कोई और सेवा नहीं होता है। इसलिए आप लोगों को अपने प्रोफेशन पर गर्व होनी चाहिए। फार्मेसी प्राचार्य कौशल कांत वर्मा ने कहा भारत में फार्मेसी के जनक कहे जाने वाले प्रोफेसर महादेव लाल ने पहली बार इसकी नींव रखी,और आज उनके काम को सराहा जा रहा है और आगे बढ़ रहा है। जिस प्रकार प्रोफेसर महादेव लाल ने भारत में फार्मेसी की नींव रखी। इसी तरह संस्थान के डायरेक्टर राधा चरण सिंह ने बीआईटी मेसरा के नेवरी विकास चौक जैसे क्षेत्र व ग्रामीण इलाके में फार्मेसी कॉलेज की स्थापना की है। उन्होंने यह भी कहा कि विकास इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी लोगों को जागरूक कर और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करके फार्मेसी को बढ़ावा देगा। इस आयोजन में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसमें पोस्टर प्रेजेंटेशन,भाषण जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं और प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र सौंपे गए। इनके अलावा विकास ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के प्राचार्य एपी सिंह,डा. शिव प्रसाद सिंह,इसके तिवारी ने सभा को संबोधित किया और उन्हें प्रो एमएल श्रॉफ के महत्वपूर्ण योगदान के बारे में बताया और छात्रों को फार्मेसी के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए नई पहल करने के लिए प्रोत्साहित किया। मौके पर मो० ईरशाद,नाजिश अंसारी,मोनिका कुमारी, अनुराधा कुमारी,अनुपा खलखो,श्रेया झा,नीता कुमारी आदि छात्र-छात्राएं एवं स्टाफ मौजूद थे।