Ashutosh Jha
काठमांडू : विपक्षी दलों रास्वपा और आरपीपी ने प्रतिनिधि सभा की बैठक में अपना विरोध जारी रखा है। वे गृह मंत्री रमेश लेखक के इस्तीफे और यात्रा वीजा की आड़ में चल रहे मानव तस्करी मामले की उच्च स्तरीय जांच आयोग से कराने मांग रास्वपा कर रही हैं। गुरुवार की बैठक के दौरान वेल में घेराव किए जाने के बावजूद रास्वपा सांसदों ने नारेबाजी नहीं की। इससे पहले भी उन्होंने बैठक के दौरान नारेबाजी की थी। मंगलवार की बैठक में सांसदों ने नीली रिबन बांधकर विरोध जताया था। रास्वपा ने गुरुवार को संसद की बैठक का भी बहिष्कार किया है।
गुरुवार को एक बैठक में रास्वपा के सांसद हरि ढकाल ने कहा कि मानव तस्करों के खिलाफ उनका आंदोलन जारी है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि लाखों नेपालियों के साथ धोखाधड़ी के मुद्दे को तब भी नजरअंदाज किया जा रहा है जब वे विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने गृह मंत्री पर संसद में उनके खिलाफ आरोपों को नकारने और जवाब देने के बजाय लोगों की आवाज पर कटाक्ष करने का भी आरोप लगाया। विरोध प्रदर्शनों के बीच स्पीकर देवराज घिमिरे ने प्रतिनिधि सभा को एजेंडे में शामिल कर लिया है। हालांकि, उन्होंने व्यवधानों का हवाला देते हुए कल की बैठक को प्रतिनिधि सभा के एजेंडे में शामिल नहीं किया, जबकि आज की बैठक को एजेंडे में शामिल किया गया।