विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल 14 से 21 नवंबर तक, पहली बार मेजबानी करेगा भारत

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Eksandeshlive Desk

नई दिल्ली : विश्व के शीर्ष मुक्केबाज 14 से 21 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में होने वाले विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में हिस्सा लेंगे। यह पहली बार है जब भारत इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। विश्व मुक्केबाजी की वार्षिक श्रृंखला के समापन के रूप में आयोजित यह फाइनल प्रतियोगिता दस भार वर्गों में पुरुष और महिला मुक्केबाजों के लिए ओलंपिक शैली की मुक्केबाजी में शीर्ष सम्मान जीतने का अवसर होगी। भारत के लिए पहली बार इस फाइनल की मेजबानी करना देश को वैश्विक मुक्केबाजी केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। 2024 में पहले संस्करण के मैच इंग्लैंड, अमेरिका और मंगोलिया में आयोजित किए गए थे और फाइनल इंग्लैंड में हुआ। भारत इस वर्ष के फाइनल में 17 पदकों के साथ वैश्विक पदक तालिका में शीर्ष पांच में शामिल है। इनमें चार स्वर्ण, छह रजत और सात कांस्य पदक शामिल हैं।

फाइनल में भी पदक तालिका में शीर्ष पर रहने की उम्मीद : बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि भारत 2030 में राष्ट्रमंडल खेलों और 2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयारी कर रहा है और यह एक और महत्वपूर्ण कदम है। पिछले कुछ वर्षों में हमने ऐसे सिस्टम बनाए हैं, जो लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता मुक्केबाज तैयार करते हैं। यह टूर्नामेंट हमें इसे घरेलू मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर देता है। यह हमारे और हमारे मुक्केबाजों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। 2025 विश्व मुक्केबाजी कप का पहला चरण ब्राजील के फोज़ दो इगुआसु में आयोजित किया गया, जहां भारतीय पुरुष टीम ने छह पदक जीते। 70 किग्रा भार वर्ग में हितेश गुलिया ने स्वर्ण पदक जीता। अभिनाश जमवाल (65 किग्रा) ने रजत और जदुमणि सिंह (50 किग्रा), मनीष राठौर (55 किग्रा), सचिन सिवाच (60 किग्रा), विशाल (90 किग्रा) ने कांस्य पदक अपने नाम किए। कप का दूसरा चरण पोलैंड में आयोजित हुआ, जबकि तीसरा चरण कज़ाखस्तान में हुआ। इसमें भारत की शीर्ष राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजों ने भाग लिया। साक्षी चौधरी (54 किग्रा), जैस्मिन लैम्बोरिया (57 किग्रा), नुपुर शेरोन (80+ किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीते, जबकि अनुभवी पूजा रानी (80 किग्रा) और उभरती स्टार मिनाक्षी हूडा (48 किग्रा) ने रजत पदक हासिल किया। संजू खत्री (60 किग्रा) को कांस्य पदक मिला। पुरुष वर्ग में, हितेश और अभिनाश ने अपने पदक तालिकाओं में एक-एक रजत पदक जोड़ा, वहीं जुगनू अहलावत ने रजत पदक जीतकर पोडियम पर जगह बनाई। निखिल दुबे (75 किग्रा) और नरेन्द्र बर्वाल (90+ किग्रा) ने प्रत्येक ने कांस्य पदक अपने नाम किया। इस प्रकार भारत ने अपने घरेलू मंच पर विश्व मुक्केबाजी में अपनी मजबूती और प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया है और फाइनल में भी पदक तालिका में शीर्ष पर रहने की उम्मीद है।

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