Eksandeshlive Desk
रांची : विश्व सफेद छड़ी सुरक्षा दिवस (World White Cane Safety Day) के अवसर पर, राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ (NFB) शाखा झारखंड ने दृष्टिबाधित व्यक्तियों के सशक्तिकरण और समाज में उनके पूर्ण समावेशन के महत्व को रेखांकित किया है। राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ शाखा झारखंड के समन्वयक अरुण कुमार सिंह ने सूचित किया कि इस वर्ष जागरूकता संदेश ‘विश्व भारती जन सेवा संस्थान’ के साथ दिया जा रहा है, जिसकी विशिष्ट वैश्विक थीम है: “दृष्टिबाधित लोगों की स्वतंत्रता, उपलब्धियों और समाज में उनके योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाना।” इस दिवस का मुख्य उद्देश्य दृष्टिबाधित व्यक्तियों के सम्मुख आने वाली संरचनात्मक एवं सामाजिक बाधाओं को उजागर करना और उनके लिए सुलभता तथा समावेशन (Accessibility and Inclusion) को बढ़ावा देना है। यह दिवस, जिसकी शुरुआत वर्ष 1964 में हुई थी, दृष्टिहीनता के प्रतीक ‘सफेद छड़ी’ (White Cane Symbol) के महत्व को प्रचारित करता है। सफेद छड़ी केवल सहायता का उपकरण नहीं है, बल्कि यह दृष्टिबाधित लोगों की स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।
दृष्टि दिव्यांगजनों को हर स्तर पर सही अवसर और अनुकूल सुगम वातावरण प्रदान करने की जरूरत : उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ व विश्व भारती जन सेवा संस्थान यह संदेश प्रसारित करना चाहता है कि पूर्वाग्रहों को दूर करके, यदि दृष्टि दिव्यांगजनों को हर स्तर पर सही अवसर और अनुकूल सुगम वातावरण प्रदान किया जाए, तो वे राष्ट्र के सशक्त और भागीदार नागरिक बन सकते हैं। राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ, झारखंड शाखा व् विश्व भारती जन सेवा संस्थान सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों और संस्थाओं से अनुरोध करती है कि वे इस महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय दिवस के बारे में आम जनता के बीच जागरूकता लाने के लिए सक्रिय रूप से योगदान दें, ताकि दृष्टिबाधित जन समाज में गरिमापूर्ण भागीदारी सुनिश्चित कर सकें और किसी भी प्रकार से स्वयं को असहाय महसूस न करें। राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ, झारखंड शाखा, इस दिवस के माध्यम से सभी संबंधित यातायात पुलिस कर्मियों और सार्वजनिक/निजी वाहन चालकों और आम जन मानस से संयुक्त रूप से अपील करती है। यातायात पुलिस से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध है कि वे सफेद छड़ी के प्रतीक को ‘मार्ग के अधिकार’ (Right of Way) के रूप में मान्यता दें और दृष्टिबाधित व्यक्तियों को सड़क पार करने में तत्काल प्राथमिकता दें। साथ ही, सभी वाहन चालकों के लिए यह एक अनिवार्य दायित्व है कि वे सफेद छड़ी का उपयोग कर रहे किसी भी दृष्टिबाधित व्यक्ति को देखते ही तत्काल वाहन की गति धीमी करें और उन्हें सुरक्षित एवं सम्मानजनक आवागमन सुनिश्चित करने हेतु पूर्ण सहयोग प्रदान करें।