Eksandeshlive Desk
नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भारत और पाकिस्तान को एक ही पलड़े पर नहीं तोला, बल्कि आतंकवाद के शिकार भारत और प्रयोजक पाकिस्तान के बीच साफ अंतर किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मंगलवार को साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में कहा कि कुछ पक्षों की यह धारणा गलत है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सहित विश्व नेताओं ने भारत और पाकिस्तान को एक ही पलड़े पर तौला अथवा एक साथ जोड़कर देखा। वास्तविकता इससे उलट है। पहलगाम आतंकी हमले के तुरंत बाद विश्व नेताओं ने इस घटना की निंदा करने के साथ ही आतंकवाद के शिकार भारत और प्रायोजक पाकिस्तान में साफ अंतर किया।
उल्लेखनीय है कि मीडिया, राजनीति और कुटनीतिक हलकों में यह धारणा बनी है कि दशकों बाद विश्व समुदाय भारत और पाकिस्तान को समान स्तर पर आंक रहा है। शांति और सामान्य स्थिति के लिए दोनों देशों से एक जैसी अपील की जा रही है। पाकिस्तान के नेता भी यह दावा कर रहे हैं कि हाल के घटनाक्रम से कश्मीर का मुद्दा फिर केन्द्र में आ गया है। प्रवक्ता ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पारित प्रस्ताव का हवाला देते हुए कहा कि प्रमुख देशों ने पहलगाम हमले के दोषियों और प्रायोजकों के खिलाफ स्पष्ट कार्रवाई करने पर जोर दिया। भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि कश्मीर, पाकिस्तान के साथ हमारा द्विपक्षीय मुद्दा है और इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं हो सकती। भारत का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया है।