Ashutosh Jha
मोतिहारी : एलएनडी कॉलेज के सभागार में वरीय रंगकर्मी प्रसाद रत्नेश्वर का अभिनंदन रोशनाई फाउण्डेशन के तत्वावधान में जिले के रंगकर्मियों, कलाकारों और साहित्यकारों द्वारा किया गया। रोशनाई फाउंडेशन के सचिव गुलरेज शहजाद ने प्रसाद रत्नेश्वर का परिचय देते हुए कहा कि चंपारण के 150 वर्ष के प्रदर्श कला के इतिहास में किसी भी रंगकर्मी को यह सम्मान प्राप्त नहीं हुआ है। बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा प्रदर्श कला के लिए राष्ट्रीय स्तर मिला यह राष्ट्रीय सम्मान हमारे लिए गर्व और गौरव का है। कार्यक्रम के प्रारंभ में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मास मीडिया के छात्र आकाश कुमार ने संक्षिप्त एकल नाटक प्रस्तुत किया।
चंपारण का रंगमंच फिर से शुरू हो, मैं सक्रिय भूमिका अदा करूंगा : प्रसाद रत्नेश्वर ने अपने उद्भोधन में अपने जीवन संघर्षों की चर्चा करते हुए कहा कि आज जो सम्मान मुझे मिला है, वह आप सबका सम्मान है। उन्होंने चंपारण में रंगमंच के वर्तमान स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मेरा यह सम्मान बंद हो चुकी दुकान की मिठाई का सम्मान है। उन्होंने कहा कि चंपारण का रंगमंच फिर से शुरू हो, मैं सक्रिय भूमिका अदा करूंगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अतुल कुमार एवं रोशनाई फाउंडेशन के अध्यक्ष अनिल वर्मा ने कहा कि प्रसाद रत्नेश्वर का सम्मान चंपारण का सम्मान है। भविष्य में इनके साथ यहां के और भी कलाकारों को ऐसा सम्मान प्राप्त होगा। यहां के रंगमंच के उत्थान के लिए सदैव उपस्थित रहूंगा। कार्यक्रम में वरीय रंगकर्मी एवं फिल्मकार मुकेश वर्मा, डॉ. राजेश अस्थाना, डीके आजाद, डॉ. सुनील चम्परारनी, डॉ. सबा अख्तर ने भी अपने उद्गार व्यक्त किए। उक्त अवसर पर रंगकर्मी सुदीप कुमार, विजय अमित, विनोद मिश्र, कपिलदेव राम, रहमान शैख, राजेश वर्मा, राजकुमार, संजय राणा, कुमार संजय, अशोक मेहरा, आशीष कुमार ऐश, चंदन कुमार, कुमार प्रीतम एवं शिवांगी भारती उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन मजिस्टर मांझी ने किया।
