धारा 370 पर सत्यपाल मलिक ने ऐसा क्या कह दिया, जो अब चर्चा में है !

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कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक एक बार फिर चर्चा में हैं. द वायर के लिए वरिष्ट पत्रकार करण थापर को दिए एक इंटरव्यू  में  उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं पर अपनी बात रखी है. द वायर द्वारा इंटरव्यू पब्लिश किए जाने के साथ ही सत्यपाल मलिक ट्वीटर पर सूबह से ही ट्रेंड कर रहे हैं. इस इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने कश्मीर से हटाए गए धारा 370, पुलवामा हमले से पहले सीआरपीएफ के वरीय अधिकारियों को मूवमेंट के लिए एयरक्राफ्ट ना देने का गृह मंत्रालय का फैसला,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्य प्रणाली और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के दफ्तर पर कई सनसनीखेज सवाल खड़े कर दिए हैं.

द वायर को दिए इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने कश्मीर से हटाए गए धारा 370 पर बड़ा खुलासा किया है, जिसकी वजह से भाजपा आलाकमान अब साफ साफ घिरते नजर आ रहे हैं. कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इंटरव्यू में बताया है कि धारा 370 हटाने के एक रोज पहले तक भी उन्हें सरकार की तरफ से किसी ने भी कोई जानकारी नहीं दी थी. उन्होंने बताए कि 5 अगस्त 2019  को धारा 370 हटाए जाने से महज एक रोज पहले यानी 4 अगस्त की देर रात तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने फोन कर कहा था कि गृह मंत्रालय की तरफ से एक चिट्ठी जाएगी जिसे कमेटी से पास कराकर अगली सुबह यानी 5 तारीख को 11 बजे से पहले मंत्रायल भेज देना है.

करण थापर ने इंटरव्यू के दौरान जब यह सवाल सत्यपाल मलिक से किया कि राज्यपाल होने के बावजूद आपको धारा 370 हटाए जाने के बारे में कोई जानकारी क्यों नहीं दी गई थी. इसके जवाब में सत्यपाल मलिक कहते हैं कि शायद प्रधानमंत्री सरीखे केंद्रीय नेतृत्वकर्ता को यह लगता हो कि मुझे ये बात मालूम होनी चाहिए थी कि धारा 370 कश्मीर से हटाया जाएगा. इसलिए इस बारे में शायद उन लोगों ने मुझसे बात करना उचित नहीं समझा.

सत्यपाल मलिक द वायर को दिए अपने इंटरव्यू में साफ-साफ कहते हैं कि पहले दिन से उन्हें इस बात का अंदाजा हो गया था कि कश्मीर से धारा 370 हटाया जाएगा. करण थापपर ने जब इंटरव्यू के दौरान सत्यपाल मलिक से पूछा कि क्या वाकई आपको इस बात का बिल्कुल बुरा नहीं लगा कि पीएमओ, होम मिनिस्ट्ररी ने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के संबंध में कई महत्वपूर्ण जानकारी आपसे छुपाए रखा. इसके जवाब में सत्यपाल मलिक कहते हैं कि हमें बिल्कुल बुरा नहीं लगा. उनकी सरकार है उनको जब हटाना है तो ठीक है.

इंटरव्यू में बार-बार जोर देते हुए करण थापर ने पूछा कि क्या आपको वाकई इस संबंध में एक बार भी कोई जानकारी नहीं दी गई. इस सवाल पर सत्यपाल मलिक कहते हैं कि एकाक-बार जब वे पीएम मोदी से मिलने गए तो उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि कश्मीर में कुछ करें तो कुछ हो तो नही जाएगा. तो पीएम मोदी का सत्यपपाल मलिक को जवाब था कि आप बेफ्रिक रहें.

द वायर के इंटरव्यू में करण थापर ने यह सवाल भी सत्यपाल मलिक से किए कि धारा 370 हटाने का संकल्प भाजपा का कई दशकों से चुनावी वादा रहा है. जिसे 5 अगस्त 2019 को संसद से पास कराकर हटाया भी गया. पर कश्मीर को दो भागो में गठित कर केंद्र शाषित प्रदेश क्यों बनाए गए. इस पर सत्यपाल मलिक कहते हैं कि इसमें भी मेरी कोई सलाह नहीं थी. अगर वे सलाह लेते भी तो वे ऐसा करने से मना करते. केंद्र शासित प्रदेश बनाने के पीछे वे यानी सत्यपाल मलिक अनुमानित वजह बताते हुए कहते हैं कि केंद्र शासित प्रदेश बनाने से पुलिस पूरी तरीके से केंद्र के अधीन आ जाती है. अगर केंद्र शासित प्रदेश नहीं बनाया जाता तो पुलिस केंद्र के कंट्रोल में नहीं होती, वो गवर्नर या एसेंबली के कंट्रोल में होती. मलिक कहते हैं कि अगर केंद्र शाषित प्रदेश ना बनता तो कश्मीर में इस बात की गुंजाइश थी की पुलिस कश्मीर में रिवोल्ट कर सकती थी.

कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इंटरव्यू में कहा कि वे धारा 370 हटाने के बिल्कुल खिलाफ थे. लेकिन इसके बावजूद कश्मीर से धारा 370 हटाया गया. कश्मीर के तत्कालिन राज्यपाल होने के बावजूद  उन्हें धारा 370 खत्म किए जाने की जानकारी पहले केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नहीं दी गई थी. बहरहाल, आपको बता दें कि द वायर पर सत्यपाल मलिक का इंटरव्यू इस वक्त पूरे देश में चर्चा का केंद्र बना हुआ है.