Eksandeshlive Desk
क्वेटा : पाकिस्तान के बलोचिस्तान में आजादी आंदोलन में सक्रिय यूनाइटेड बलोच आर्मी (यूबीए) ने जिला काची के भागनाडी शहर में पूर्ण नियंत्रण करते हुए सेना और पुलिस को खदेड़ दिया। इस दौरान हुई भीषण गोलीबारी में एक पुलिस थाना प्रभारी समेत छह अधिकारी मारे गए। पश्तो भाषा में प्रकाशित होने वाले द बलोचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, यह घोषणा यूबीए के प्रवक्ता मजार बलोच ने मीडिया को जारी बयान में की। उन्होंने कहा कि यूबीए कमांडरों ने 27 अक्टूबर की शाम लगभग 4:30 बजे जिला काची की तहसील में भागनाडी शहर के प्रवेश द्वारों को अवरुद्ध कर हमला किया।
थाने की घेराबंदी कर वहां मौजूद 11 कैदियों को रिहा करा लिया गया : यूनाइटेड बलोच आर्मी के प्रवक्ता मजार बलोच ने दावा किया कि प्रवेश द्वारों को अवरुद्ध करने के बाद कमांडरों और लड़ाकों ने बड़ी संख्या में शहर में प्रवेश किया। इस दौरान पुलिस स्टेशन, एनएडीआरए कार्यालय, लेवी पुलिस स्टेशन, तहसीलदार कार्यालय और नेशनल बैंक के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि थाने की घेराबंदी करने के दौरान पुलिस वालों को हथियार डालने की चेतावनी दी गई मगर उन्होंने हमला कर दिया। इस पर हमारी आर्मी के लड़ाकों ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की और भीषण झड़प हुई। लड़ाई में पुलिस थाना प्रभारी लुत्फ अली समेत तीन कर्मी मारे गए और तीन घायल हो गए। प्रवक्ता के अनुसार, लड़ाकों ने लेवी थाने की घेराबंदी कर वहां मौजूद 11 कैदियों को रिहा करा लिया। इस दौरान लेवी कर्मियों के सरकारी हथियार छीन लिए। थाने की इमारत में आग लगा दी। इसके बाद नेशनल बैंक और तहसीलदार कार्यालय को फूंक दिया गया।
स्वतंत्र बलोचिस्तान हासिल करने तक हमले जारी रहेंगे : प्रवक्ता ने बताया कि कुछ घंटों बाद फ्रंटियर कोर (एफसी) की टुकड़ी शहर में पहुंच गई। इसके बाद लड़ाकों और एफसी के बीच लगभग एक घंटे तक भीषण लड़ाई हुई। इसमें एफसी के तीन जवान मारे गए और कई घायल हो गए। उन्होंने कहा कि संघर्ष के दौरान अंतिम रक्षात्मक पंक्ति में संगत साहिब खान बंगालजई उर्फ शौकत ने अपनी जान की परवाह किए बिना पाकिस्तानी सेना के हमलों को नाकाम किया और अपने प्राणों की आहुति देकर अपने बाकी साथियों को सुरक्षित बाहर निकलने का मार्ग प्रशस्त किया। प्रवक्ता ने कहा कि संगठन शहीद साहिब खान बंगालजई के पराक्रम को सदैव याद रखेगा। प्रवक्ता ने कहा कि जब तक हम स्वतंत्र बलोचिस्तान हासिल नहीं कर लेते, तब तक ऐसे हमले जारी रहेंगे।
