यूरिया खाद मामले में केंद्र सरकार पर दोष मढ़ने से पहले अपने गिरेबां में झांके राज्य सरकार: आदित्य साहू

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Ranchi: भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवम सांसद आदित्य साहू ने राज्य में यूरिया खाद की कमी पर राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा। श्री साहू ने कहा राज्य सरकार के मंत्री गण को अपने विभागीय कार्यों से ज्यादा राजनीतिक बयानबाजी में रुचि है।उन्होंने कहा कि यूरिया की भरपूर आपूर्ति केलिए केंद्र सरकार कृत संकल्पित है लेकिन राज्य सरकार अपनी जिम्मेवारी से भागती है। कहा कि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृढ़ संकल्प ही है कि कांग्रेस के जमाने में यूरिया खाद को लेकर चलने वाले लाठी डंडे ,धरना , प्रदर्शन,आंदोलन अब बंद हो गए। आज नीम कोटेड यूरिया के कारण ही यूरिया का उपयोग केवल कृषि कार्य में ही हो रहा है।

उन्होंने कहा कि झारखंड का सिंदरी खाद कारखाना को फिर से शुरू किया जा रहा है।देवघर में लिक्विड यूरिया प्लांट की स्थापना हुई है। कहा कि भारत सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गांव, गरीब, किसान को सुविधा संपन्न बनाने,विकास की मुख्यधारा में जोड़ने केलिए केलिए अथक प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों केलिए यूरिया की आवश्यकता पर राज्य सरकार ने कोई पूर्वाभ्यास नहीं किया। समय पर जिस तरह केंद्र सरकार को सूचित किए जाने की जरूरत थी उसका अभाव दिख रहा है। कहा कि अच्छी बारिश के कारण देश भर में यूरिया की मांग बढ़ी है। जिसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार आपूर्ति और उत्पादन पर विशेष ध्यान दे रही लेकिन राज्य सरकार अपनी जिम्मेवारी से बचना चाहती है। कहा कि मांग बढ़ने के बाद कालाबाजारी और ज्यादा कीमत होने की संभावना बढ़ जाती है। जिसपर नियंत्रण और कार्रवाई की जिम्मेवारी राज्य सरकार की होती है। कहा कि राज्य के मंत्री को बताना चाहिए कि उन्होंने कितने पैक्स ,दुकान पर औचक निरीक्षण किए,कितने पर कार्रवाई की।

कहा कि किसानों केलिए राज्य सरकार पहले दिन से ही उदासीन बनी है। धान की खरीद में भी केवल बड़े बड़े वादे ही दिखाई दिए थे , धरातल पर तो किसान परेशान होते देखे गए। औने पौने दामों पर बिचौलियों के माध्यम से कम कीमत पर धान बेचने को मजबूर हुए थे। कहा कि हेमंत सरकार पूरी तरह किसान विरोधी सरकार साबित हुई है।

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