Eksandeshlive Desk
काठमांडू : माओवादी पार्टी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहाल ‘प्रचंड’ ने युवाओं की ओर से की गई निर्वाचन प्रणाली जैसे विषयों पर संविधान संशोधन की मांग का समर्थन करने की घोषणा की है। प्रचंड ने कहा कि समय पर संसदीय चुनाव सुनिश्चित करने और युवाओं की मांगों को पूरा करने के लिए संविधान संशोधन करके देश को निर्वाचन की तरफ आगे बढ़ाना चाहिए। पार्टी के एक कार्यक्रम में प्रचंड ने कहा कि देश वर्तमान में एक जटिल राजनीतिक स्थिति का सामना कर रहा है, जिसका समाधान समय पर चुनाव संपन्न करना है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव तब तक नहीं हो सकता है, जब तक कि संविधान संशोधन न हो जाए।
समावेशी सिद्धांत, पहचान के अधिकार को बचाना चाहिए : प्रचंड ने इस बात पर जोर दिया कि सभी राजनीतिक दलों, नागरिक समाज और युवाओं की आपसी सहमति से संविधान में संशोधन कर देश के चुनाव का माहौल बनाने की ओर आगे बढ़ना चाहिए। प्रचंड ने कहा कि संविधान के अनुसार संघीय लोकतांत्रिक गणतंत्र की व्यवस्था को कायम रखते हुए समावेशी सिद्धांत, पहचान के अधिकार को बचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा संविधान में आवश्यकता के मुताबिक संशोधन किया जा सकता है। उन्होंने युवाओं की ओर से उठाई गई संविधान संशोधन की मांग को महत्व के साथ आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने सरकार, राजनीतिक दल, नागरिक समाज सभी पक्षों से आग्रह किया कि संविधान संशोधन पर आम सहमति बना कर देश को राजनीतिक संकट से बाहर निकालना चाहिए।
