Mustafa
मेसरा : बीआईटी मेसरा थाना क्षेत्र के केदल पंचायत अंतर्गत होम्बई गांव स्थित अखरा में रविवार को सरहूल पर्व की तैयारी को लेकर बैठक किया गया। बैठक की अध्यक्षता श्रवण लोहरा ने किया,तथा संचालन महादेव करमाली ने किया। वहीं श्रवण लोहरा ने कहा कि आदिवासी मूलवासी समाज की कला संस्कृति,भाषा व वेशभूषा के साथ अपने रीति रिवाज परंपरा को बचाने के लिए संगठित होना होगा। तभी झारखंड की आदिवासी मूलवासी समाज की सामाजिक आर्थिक व धार्मिक पहचान व्यवस्था व हमारी सभ्यता एवं हमारी विरासत भी बनी रहेगी। इस दौरान बैठक में सरहुल पर्व मनाने व शोभायात्रा निकालने,बीआईटी मोड़ स्थित बाजार टांड़ में होने वाली सरहूल मिलन समारोह को लेकर आपसी बातचीत एवं विचार विमर्श के साथ विचारों का आदान- प्रदान किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से विभिन्न बिंदुओं पर प्रस्ताव पारित किया गया है कि 10 अप्रैल को रूसा होगा। इस रूसा के दिन धरती पर कोई भी कोड़ने खोदने व कोड़ी, कुदारी,हल चलाने या जेसीबी वगैरह का काम बंद रहेगा। और यदि कहीं पर भी कार्य करते देखा गया तो उससे जुर्माना लिया जाएगा,साथ ही सामाजिक रूप से दंडित भी किया जाएगा। 11 अप्रैल को सभी अपने-अपने घरों में सरना झंडा लगाएंगे। और घरों एवं सभी सरना स्थलों में परंपरा अनुसार पूरे विधि विधान के साथ सरना पूजा अर्चना किया जाएगा। दूसरे दिन 12 अप्रैल को फुल खोंसी होगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 14 अप्रैल दिन रविवार को बीआईटी मोड़ स्थित बाजार टांड़ में भव्य सरहूल मिलन समारोह का आयोजन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ किया जाएगा। इस बैठक में मुख्य रूप से श्रवण लोहरा,ग्राम प्रधान मधु पाहन, मनमोहन पाहन,रमेश मुंडा,करमू पाहन,राजकुमार महतो,महादेव करमाली,पूरण महतो,झब्बूलाल महतो,मंगलू मुंडा आदि अन्य ग्रामीण लोग मौजूद थे।