Eksandeshlive Desk
कोडरमा : जिले के मरकच्चो थाना क्षेत्र के ग्राम कादोडीह से पंद्रह वर्ष पूर्व प्रकाश महतो लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद भी कहीं पता नहीं चला तो परिजन प्रकाश महतो की आस छोड़ चुके थे। लेकिन एकाएक मरकच्चो पुलिस ने शुक्रवार को जब प्रकाश महतो को उनके परिजनों से मिलाया तो वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें ख़ुशी से भर आयीं। उनकी पत्नी गीता देवी के साथ पुत्र शूजल और पुत्री रानी की आंखें भर गईं। वे दोनों अपने पिता के हाथ को छोड़ ही नहीं रहे थे, जिस वक़्त प्रकाश महतो लापता हुआ था उस समय शूजल की उम्र महज तीन साल तथा रानी की उम्र मात्र तीन ही महीने थी। दोनों बच्चों ने बताया कि सिर्फ तस्वीरों में ही अपने पिता को देखा था। अचानक अपने पिता को सामने पाकर उनके चेहरे पर खुशी झलक रही थी।
जानकारी अनुसार प्रकाश महतो कोलकाता में कारपोरेशन में काम करता था। वर्ष 2010 में कोलकाता जाने के क्रम में वो लापता हो गया था। इसे लेकर उनके परिजनों ने मरकच्चो थाना में सन्हा भी दर्ज़ कराया था। उस वक़्त वह मानसिक रूप से कमजोर था। दो दिन पूर्व थाना प्रभारी सौरव शर्मा को रानीगंज पुलिस से सूचना मिली की प्रकाश महतो नाम का व्यक्ति एक होटल में काम कर रहा है। पिछले पंद्रह साल से अपने परिवार से बिछड़ा हुआ है। वह अपना पता मरकच्चो थाना क्षेत्र के कादोडीह बता रहा है। मरकच्चो पुलिस ने उनके परिजनों को इसकी सूचना दी। थाना प्रभारी सौरव शर्मा की पहल पर लापता प्रकाश महतो को रानीगंज से मरकच्चो लाकर उनके परिजनों से मिलाया गया।