75 वीं वर्षगाँठ हम सबको एक नई उर्जा प्रदान करेगा: रबीन्द्र नाथ महतो

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रांची: झारखण्ड विधान सभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने झंडातोलन के उपरांत अपने अभिभाषण में कहा मुझे पूरा विश्वास है कि गणतंत्र की यह 75वीं वर्षगाँठ हम सबको एक नई उर्जा प्रदान करेगा , जिससे विकास की इस यात्रा को और अधिक लोकतांत्रिक एवं समावेशी बनाने में भी हम सफल होंगे। इस अवसर पर मै यहाँ रेखांकित करना चाहूँगा कि झारखण्ड सरकार ने आर्थिक विकास के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा पर विशेष पहल किया है। चाहे वे सार्वजनिक पेंशन हो, सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि हो, अबुआ आवास हो या पुरानी पेंशन हो। अभी भी सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में काफि लम्बी दूरी तय करनी है। उन्होंने कहा कि गणतंत्र का यह वर्ष फिर एक बार हमें उस स्थान पर लेकर आया है जब हमें इस बात की समीक्षा करनी चाहिए कि इस महान देश का निर्माण जिन उद्देश्यों के साथ किया गया था, उन उद्देश्यों को प्राप्त करने में हम कहाँ तक सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि 200 साल के लम्बे स्वतंत्रता आन्दोलन में न केवल राजनैतिक नेतृत्व का योगदान रहा है, बल्कि समाज-सुधारक, कवि, साहित्यकार, संत-महात्मा, आम जनों और गृहिणियों ने भी अपना-अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने बाबा साहब को याद करते हुए कहा ि संविधान निमार्ता बाबा साहेब भीमराव अंम्बेडकर ने संविधान सभा में 25 नवम्बर, 1949 को अपने अभिभाषण के दौरान कहा था 6 जनवरी, 1950 के बाद हमारा जीवन एक विरोधाभासी परिस्थिति की ओर जाएगा जब राजनैतिक क्षेत्र में लोगों के बीच बराबरी होगी, परन्तु सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में लोग गैर बराबर होंगे। राजनीति में हम एक व्यक्ति एक वोट और एक व्यक्ति एकसमान महत्व के सिद्धांत को अंगीकार करेंगे। परन्तु सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में अपनी सामाजिक, आर्थिक संरचनाओं के कारण हम प्रत्येक व्यक्ति को समान महत्व के सिद्धांत को नहीं अपना पायेंगे। यह विरोधाभास कब तक चलेगा, कब तक हम सामाजिक और आर्थिक बराबरी लोगों को प्रदान नहीं करेंगे। जितनी जल्दी हो सके हमें इस अन्तर्विरोध को खत्म करना होगा, नहीं तो यह गैर बराबरी हमारे राजनैतिक ढाँचे को तोड़ देगी जिसे हम सबने मिलकर बड़ी मेहनत और लगन से बनाया है।