शहीद तिलेश्वर साहु के 10वें पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया

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Ranchi : झारखण्ड प्रदेश तेली समाज युवा मोर्चा के द्वारा झारखण्ड राज्य के राजधानी राँची के मोराबादी परिसर में झारखण्ड राज्य प्रदूषण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शहीद तिलेश्वर साहु के 10वें पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । इस पावन अवसर पर बारी बारी से सभी नौजवान युवाओं ने चित्र पर पुष्प अर्पित किया ।
इस अवसर पर झारखण्ड प्रदेश तेली समाज के प्रदेश युवा अध्यक्ष डॉ सुबास साहु जी ने इनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहे कि शहीद तिलेश्वर साहु तेलतेली समाज के आन बान और शान थे, शेर दिल इंसान के साथ ही साथ व्यक्तित्व के भी धनी इंसान थे, तेली समाज को इनके व्यक्तित्व पर गर्व है। ये केवल पूरे झारखण्ड प्रदेश में ही नहीं बल्कि संपूर्ण देश में तेली समाज को एक पहचान दिलाने का कार्य किए। समाज के प्रति उनका जुझारूपन से ही वे पूरे झारखण्ड के समाज को एकजुट करने के उद्देश्य से झारखण्ड प्रदेश तेली समाज नाम का सामाजिक संगठन बनाये थे, समाज के हक़, अधिकार व समाज के विकास के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए उनका सुपुत्र अरुण साहु जी ने बीड़ा उठाया है, जिसे झारखण्ड के तेली समाज के सभी ज़िला के लोगों ने पूरा समर्थन दिया है । शहीद तिलेश्वर साहु ने अपनी मेहनत व क़ाबिलियत के बल पर ख़ुद को लोहा मनवाते थे, राज्य में 18% की आबादी वाले तेली समाज हो या ओबीसी समाज सबों के लिए उचित राजनीतिक व संवैधानिक हक़ व हिस्सेदारी के लिए अवाज उठाते रहे थे । समाज के लोगों को उनके जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए। तेली समाज के युवा नेता प्रदेश उपसचिव नवल किशोर साहु ने भी अपना अनुभव शेयर करते हुए कहे कि तेली समाज के गौरव थे शहीद तिलेश्वर साहु । नीरज कुमार साहु ने भी अपने विचार रखते हुए कहे कि शहीद तिलेश्वर साहु प्रतिभावान इंसान थे इनके प्रतिभा के प्रभाव से राजनीतिक पार्टियाँ घबराती थी ,आप सभी पूर्व में देख ही चुके है की किस प्रकार भाजपा के अर्जुन मुड़ा जी का सरकार को अपनी क़ाबिलियत के बल पर बनवायी थे ।तेली समाज में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है बस ज़रूरत है तो उचित अवसर मिलने की।युवा नेता रोहित साहु ने कहा कि तिलेश्वर साहु तेली समाज के मसीहा थे व झारखण्ड राज्य में पूरे तेली समाज को संगठित करने में अहम भूमिका निभाने वाले व ग़रीब ग़ुरबा, दबे कुचले पिछड़े व ओबीसी समाज के आवाज को बुलंद करने वाले थे, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष बनने के बाद कुछ लोग अभी भी तिलेश्वर साहु वाला बोर्ड बोलते है , इनकी कार्य शैली व कार्य कुशलता ग़ज़ब का था।