ऑस्कर विजेता फिल्म ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ के निर्माता और निर्देशक से मिले “PM Modi”

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ऑस्कर विजेता फिल्म ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ के निर्माता गुनीत मोंगा और निर्देशक कार्तिकी गोंजाल्विस से पीएम मोदी ने आज  यानी 30 मार्च को मुलाकात की. जिसकी जानकारी खुद पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी.

बता दें कि, ऑस्कर में इस साल भारतीय सिनेमा ने अपना जलवा बिखेरा है. भारत का गाना “नाटू नाटू” को बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग के लिए ऑस्कर मिला तो वहीं, शार्ट फिल्म ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ ने भी ऑस्कर अवार्ड जीता.

पीएम मोदी ने किया ट्वीट

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात की फोटो को ट्विटर पर शेयर किया है. उन्होंने लिखा “द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ की सिनेमाई प्रतिभा और सफलता ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है और प्रशंसा भी बटौरा है. आज मुझे इससे जुड़ी शानदार टीम से मिलने का अवसर मिला. उन्होंने भारत को बहुत गौरवान्वित किया है.”

क्या है डॉक्यूमेंट्री का स्टोरी और थीम?

‘द एलिफेंट व्हिस्पर्स’  कार्तिकी गोंस्लाव्स की बनाई गई एक डॉक्यूमेंट्री है जो तमिल भाषा में बनाई गई है. यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म पिछले साल 8 दिसंबर 2022 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी. इस फिल्म की कहानी काफी लोगों के दिलों को छू गई है.

45 मिनट में फिल्माए गए इस डॉक्यूमेंट्री में बोमन और बेली की कहानी है. जिसकी कहानी दो अनाथ हाथियों के बीच घूमती है. यह मूवी तमिलनाडु के मूदूमलाई टाईगर रिजर्व (Mudumallai Tiger Reserve) में और थैपाकाडू एलीफेंट कैंप (Theppakadu Elephant Camp) में शूट की गई है. यह एक पुराना एलीफेंट कैंप है. फिल्म की थीम जंगल की जरूरतों से लेकर जानवरों के साथ इंसानों के संबंध को बताती है. इस फिल्म का मुख्य उद्देशय प्रकृति, मनुष्‍य और जानवर के प्रेम को लेकर है. यह मूवी में रघु एक अनाथ हाथी रहता है. जिसकी मां की बिजली गिरने से मौत हो जाती है और वन विभाग वाले उस हाथी को बोमन और बेली जो एक कबीले प्रजाति से संबंध रखते है, उन्हें सौंप देता है. यह कपल रघु (अनाथ हाथी) को अपने बच्चे की तरह पालते और देखभाल करते हैं. उसके साथ ही साथ इस मूवी में जंगल और प्रकृति की अहमियत भी बताई गई है. जानवर और इंसान की बोंडिग को भी इस मूवी में दिखाया गया है. बता दें इस 45 मिनट की मूवी को बनाने में कार्तिकी गोंस्लाव्स और गुनीता मोंगा को 5 साल लगे हैं.