रांची को अपराध मुक्त बनाने को लेकर डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक

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Eksandeshlive Desk

राँची : राँची जिले में कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को और प्रभावी बनाने के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय, राँची के सभागार में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का नेतृत्व झारखंड राज्य के महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक अनुराग गुप्ता, भा०पु०से० ने किया। इस अवसर पर दक्षिणी छोटानागपुर प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, वरीय पुलिस अधीक्षक, राँची, पुलिस अधीक्षक (नगर), पुलिस अधीक्षक (यातायात), पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), जिले के सभी वरीय पुलिस पदाधिकारी, थाना प्रभारी और यातायात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

महानिदेशक ने सभी पुलिस कर्मियों को सख्त निर्देश दिए कि वे अपने-अपने पुलिस प्रतिष्ठानों में हमेशा वर्दी के साथ नेम प्लेट पहनें। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुलिस प्रतिष्ठानों में आने वाले सभी आगंतुकों के साथ अच्छा व्यवहार करना और उनकी समस्याओं को सुनकर उनके समाधान के लिए त्वरित और विधिसम्मत कार्रवाई करना प्रत्येक पुलिस कर्मी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि नागरिकों के प्रति पुलिस के व्यवहार में संवेदनशीलता और सहानुभूति का होना बेहद जरूरी है।
पुलिस महानिदेशक महोदय ने कहा कि किसी को भी वर्दी की नौकरी मिलना एक वरदान के समान है और सभी पुलिस पदाधिकारी इस वरदान का सदुपयोग आम जनता की भलाई के लिए करें।

महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए,सभी परिवहन स्थलों, जैसे कि बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पर्याप्त लाइटिंग और सीसीटीवी कैमरों की समय-समय पर जांच और निगरानी का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के प्रति पुलिस कर्मियों को अधिक संवेदनशील और सतर्क रहना होगा। महिला उत्पीड़न और अपराधों के मामलों में त्वरित कारवाई को उच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।

अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाने के लिए डीजीपी ने सभी थानों को निम्नलिखित निर्देश दिए: पूर्व अपराधियों की सूची तैयार करना: सभी थानों को पुराने अपराधियों की एक विस्तृत सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि उन पर लगातार नजर रखी जा सके। वरीय पुलिस अधीक्षक को जिला के सभी अपराधियों की समेकित सूची बनाने का निर्देश दिया। आसूचना संकलन: अपराधियों की गतिविधियों पर लगातार आसूचना संकलन करने और उनकी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया। प्रत्येक दिन वारंटियों की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी: महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक ने विशेष निर्देश दिया कि अपराध नियंत्रण के लिए प्रत्येक दिन वारंटियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष अभियान के तहत (समकालीन)छापेमारी की जाए। सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिया गया कि वे वारंटी व अपराधियों पर नकेल कसने हेतु जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। संपतिमूलक और संगठित अपराध पर रोकथाम: विशेष रूप से सम्पतिमूलक, संगठित अपराध और नारकोटिक्स के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए सभी पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया गया।