Eksandeshlive Desk
जमशेदपुर। पिछले दिनों बिष्टुपुर क्षेत्र में हुई फायरिंग और व्यापारियों से रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में एसएसपी कौशल किशोर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरी जानकारी साझा की।
एसएसपी कौशल किशोर ने बताया कि 17 अगस्त की देर शाम बिष्टुपुर के K रोड स्थित एक शोरूम में अज्ञात अपराधियों ने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद शहर में हड़कंप मच गया, और व्यापारियों में दहशत फैल गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए जमशेदपुर पुलिस ने तुरंत एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया, जिसमें सभी डीएसपी, सीटीएसपी और विभिन्न थानों के प्रभारी शामिल थे।
जांच के दौरान, पुलिस को गुप्त सूचना और तकनीकी शाखा की सहायता से पता चला कि अपराधी बंगाल और बिहार में छिपे हुए हैं। इसके बाद, पुलिस ने बंगाल और बिहार में कई स्थानों पर छापेमारी की और जमशेदपुर के बारीडीह विद्यापति नगर के निवासी आलोक कुमार शर्मा और बांका, बिहार के निवासी वीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि उन्होंने ही बिष्टुपुर में फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था और अन्य व्यापारियों से रंगदारी की मांग की थी। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर एक देसी कट्टा, एक देसी पिस्टल और 6 जिंदा गोलियां बरामद की हैं। रंगदारी मांगने में इस्तेमाल किए गए मोबाइल को भी जब्त कर लिया गया है, जो वीर सिंह के नाम से पंजीकृत था।
एसएसपी ने यह भी जानकारी दी कि एक अन्य अपराधी, जिसे हिरासत में लिया गया है, उसकी बीमारी के कारण अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके स्वस्थ होने के बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा, मामले में शामिल अन्य दो फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी की जा रही है।
फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्तों से आवश्यक पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस कार्रवाई से शहर में कानून व्यवस्था में सुधार होगा और अपराधियों पर लगाम लगेगी।