झारखण्ड में रहनेवाले अनेक लोगों ने यहाँ के संसाधन लूटने को अपना अधिकार समझ लिया
रांची : झारखण्ड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के मानव घोष ने कहा है कि झारखण्ड विरोधियों और अनेक बाहरी लोगों ने इस प्रदेश और इसके संसाधनों को लूटने को अपना अधिकार समझ लिया है और झारखण्ड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा हमेशा उनके खिलाफ है. श्री घोष ने कहा कि मोर्चा किसी भी हाल में वैसे चरित्र के उम्मीदवारों का समर्थन नहीं करेगा जिन्होंने अतीत में झारखण्ड के अहित में तो काम किया ही है साथ ही झारखण्ड के संसाधनों को लूटने में उन्होंने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है. उन्होंने कहा कि पहले भी पूर्व सांसद और झारखण्ड स्वायत्त शासी परिषद (जैक) के उपाध्यक्ष डॉ. सूरज मंडल ने वैसे अवान्छित लोगों को निर्वाचित न करने की मतदाताओं से अपील की है और इसके लिये झारखण्ड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा निरंतर अभियान चला रहा है.
श्री घोष ने कहा कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वैसे भ्रष्टाचारी, परिवारवादी, अपराधी, बाहरी नेताओं और झारखण्ड विरोधियों को किसी राजनीतिक दल ने अपना समर्थन दिया है या फिर वह निर्दलीय ही लड़ रहे हैं. श्री घोष ने कहा चंपई सोरेन, उनके पुत्र बाबूलाल सोरेन, अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा, रघुवर दास की पुत्रवधु पूर्णिमा दास, सरयू राय जैसे लोगों का झारखण्ड आंदोलन में कोई योगदान नहीं है. न ही झारखण्ड की पृष्ठभूमि में उन सबका कोई योगदान है या यहाँ की मिट्टी से कोई वैसा संबंध ही है जिसके लिये मतदाताओं के द्वारा उन्हें समर्थन देकर झारखण्ड विधानसभा में भेजा जाये.
श्री घोष ने कहा कि अगले 13 नवम्बर को होने वाले 43 सीट के पहले चरण के झारखण्ड विधानसभा के लिये होनेवाले चुनाव में किसी प्रत्याशी को जिताने की बजाय वैसे प्रत्याशियों को हराना बहुत अधिक आवश्यक है क्योंकि पिछले 24 साल में वैसे ही निर्वाचित विधायकों ने अपनी उल्टी-सीधी हरकतों से मतदाताओं को प्रभावित कर चुनाव में जीत दर्ज की और विधानसभा में पहुँचकर उन्होंने कोई भी वैसा काम नहीं किया जिसके कारण झारखण्ड का विकास हो. श्री घोष ने कहा कि झारखण्ड आंदोलन से जुड़े हुए आंदोलनकारी, उनके परिवार के सदस्यों और जिन लोगों के दिल में झारखण्ड के विकास के प्रति सच्ची आकांक्षा, योजना और समर्पण भाव है उन्हें ही वोट दिया जाना जरूरी है. श्री घोष ने कहा कि झारखण्ड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा जमीनी स्तर पर पहुँचकर वैसे उम्मीदवारों के खिलाफ में मतदाताओं को जागरुक कर रहा है. उन्होंने मतदाताओं से आह्वान किया कि झारखण्ड विधानसभा में वैसे ही प्रत्याशियों को चुनकर भेजा जाये जो झारखण्ड के विकास और यहाँ के लोगों के हित में समर्पित रहे हों और यहाँ के लिये जरूरी अपेक्षित कसौटियों को पूरा करते हों.