Eksandesh Desk
लोहरदगा: जेंडर आधारित हिंसा के विरुद्ध राष्ट्रीय अभियान लोहरदगा विक्टोरिया बड़ा तलाब के समीप वर्कशॉप किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोहरदगा डीडीसी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, एसडीपीओ श्रृद्धा केरकेट्टा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पुष्प तिग्गा समेत अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे। जेंडर आधारित हिंसा के विरुद्ध राष्ट्रीय अभियान जो 25 नवंबर 2024 से 23 दिसंबर 2024 तक चलने वाली है। समाज कल्याण विभाग लोहरदगा के तत्वाधान में लोहरदगा के बड़ा तालाब परिसर से इसकी शुरुआत की गयी । मौके पर मुख्य अतिथि विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने कहा कि लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करने के लिए प्रचार प्रसार एवं लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के हिंसा पर सभी जगह परिचर्चा एवं चिंतन होना चाहिए तथा इसके उन्मूलन के लिए सामाजिक संगठनों के साथ योजना बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है। महिलाओं के प्रति हिंसा रोकने के लिए बनाए गए कानूनों को लागू करने की सामाजिक जिम्मेदारी है।
महिलाओं के महानता के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि वह पूरे भारत देश की माता है उनकी सम्मान एवं पूजा होनी चाहिए।
जिले की अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्रद्धा केरकेट्टा शामिल हुईं। इस बीच मौके पर मौजूद महिलाओं और युवतियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप अपने साथ होने वाली प्रताड़ना या फिर किसी प्रकार की समस्यायों को निःसंकोच होकर पुलिस प्रशासन के समक्ष रखें निश्चित रूप से त्वरित कार्रवाई किया जाएगा। एसडीपीओ श्रद्धा केरकेट्टा ने कहा कि आप अपने हक अधिकार को लेकर एकजुटता दिखाते हुए आगे बढ़ें और हर चुनौतियों का सामना करें, पुलिस प्रशासन आपके साथ हमेशा खड़ा है। उन्होंने कहा कि आज भी लोगों में जेंडर को लेकर भेद-भाव कहीं-कहीं है उसे दूर करने में हम सभी को आगे आने की जरूरत है। एसडीपीओ श्रद्धा केरकेट्टा ने कहा कि पुलिस प्रशासन महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें उनका शत-प्रतिशत हक अधिकार दिलाने हेतु हमेशा सकारात्मक भूमिका निभाने का कार्य करते आ रही है। उन्होंने कहा कि आप बेझिझक होकर पुलिस के समक्ष अपनी परेशानियों को रखें ताकि शीघ्र कार्रवाई किया जा सके। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्रद्धा केरकेट्टा ने आगे अपने संबोधन में कहा कि लोहरदगा पुलिस महिलाओं की रक्षा हेतु हर वक्त तत्पर है। साथ ही जिले में अनेकों सामाजिक संगठन संचालित है, जो महिलाओं के हित में काफी सकारात्मक और बेहतर कार्य कर रही है आप उनके साथ जुड़कर भी अपनी परेशानियों को रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि आप शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ें ताकि आपके साथ किसी भी तरह की समस्या को लेकर लड़ने की इच्छा शक्ति का निर्माण हो सके।समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा एक दंडनीय अपराध है समाज के सभी लोगों को इसके खिलाफ आवाज उठाना चाहिए उन्होंने उपस्थित महिलाओं से अपील की किए हुए हिंसा के खिलाफ चुप रह कर इसका सहभागी न बने। उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ साथ दे। उन्होंने हिंसा के खिलाफ शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 एवं साइबर सेल 1930 के बारे में विस्तार पूर्वक बताई। इस अवसर पर जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। साथ ही हिंसा के खिलाफ जागरूकता के लिए शपथ लिया गया। इस कार्यक्रम में अधिवक्ता प्रिंवादा कुमारी, एवं सखी मंडल के दीदी एवं अन्य उपस्थित थी।