Eksandeshlive Desk
चंडीगढ़ : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। चौटाला का अंतिम संस्कार उनकी इच्छानुसार सिरसा के गांव तेजा खेड़ा स्थित फार्म हाउस में किया गया। ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी में निधन हो गया था।
ओम प्रकाश चौटाला का पार्थिक शरीर शनिवार सुबह आठ बजे अंतिम दर्शनों के लिए तेजा खेड़ा फार्म हाउस पर रखा गया, जहां भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपनी पत्नी सुदेश धनखड़ के साथ पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। धनखड़ ने कहा कि मृत्यु से पांच दिन पहले फोन पर उनके साथ बात हुई तो उन्होंने अपने बजाए मेरे स्वास्थ्य की चिंता की। उपराष्ट्रपति ने कहा कि ओम प्रकाश चौटाला की स्मरण शक्ति और आत्मविश्वास बहुत था। वह विपरीत हालातों में भी आगे बढ़े। चौटाला ने अपने पूरे जीवन में किसान और गांव के विकास को प्राथमिकता दी। हरियाणा ने आज एक प्रखर वक्ता को खो दिया है।
यहां केंद्रीय मंत्री एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार, रणबीर गंगवा, अरविंद शर्मा, महीपाल ढांडा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा, राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, कार्तिकेय शर्मा, शिरोमणि अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर बादल, पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
फार्म हाउस में ही अंतिम रस्मों के बाद चौटाला की पार्थिव देह को संस्कार के लिए ले जाया गया। अंतिम यात्रा में भी चौटाला ने हरे रंग की पगड़ी व चश्मा पहना हुआ था। उनका शरीर तिरंगे में लिपटा था। संस्कार स्थल पर पहुंचने के बाद हरियाणा पुलिस के जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी। पिता देवीलाल की तरह चौटाला का अंतिम संस्कार भी चंदन की लाल लकड़ी के साथ किया गया। चौटाला के बड़े बेटे अजय सिंह चौटाला व छोटे बेटे अभय चौटाला संयुक्त रूप से पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी।